शिक्षकों का चतुर्वेदी हटाओ हुंकार
शिक्षकों का चतुर्वेदी हटाओ हुंकार
- नैनपुर बीईओ कार्यालय में दो बीईओ, दो प्राचार्य, प्रशासन मौन
- पूर्व बीईओ चतुर्वेदी, अन्वेषक और बाबू के विरोध में शिक्षकों की ऐतिहासिक रैली
- एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
नैनपुर. नैनपुर ब्लॉक में शिक्षा विभाग के कार्यालयों में व्याप्त अव्यवस्था और प्रशासनिक खींचतान के चलते शिक्षकों में भारी आक्रोश है। स्थिति यह है कि वर्तमान में बीईओ कार्यालय में दो बीईओ और उत्कृष्ट विद्यालय नैनपुर में भी दो प्राचार्य कार्यरत हैं, लेकिन जिला प्रशासन इन मामलों पर चुप्पी साधे हुए है। इसी के विरोध में ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ, मप्र शिक्षक संघ एवं अपाक्स संगठन के सामूहिक आह्वान पर सैकड़ों शिक्षकों ने बीईओ कार्यालय नैनपुर में एकत्र होकर ऐतिहासिक रैली निकाली और एसडीएम कार्यालय पहुंचकर अनुविभागीय दंडाधिकारी आशुतोष महादेव ठाकुर को जिला प्रभारी मंत्री एवं जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान शिक्षकों ने चतुर्वेदी हटाओ बीईओ कार्यालय बचाओ, पारधी हटाओ बीईओ कार्यालय बचाओ, यादव बाबू हटाओ बीईओ कार्यालय बचाओ के जोरदार नारे लगाए।

पूर्व बीईओ की कार्यशैली पर लगाए गंभीर आरोप
ट्रायबल वेलफेयर टीचर्स एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष अमरसिंह चंदेला ने पूर्व में पदस्थ बीईओ सुभाष चंद्र चतुर्वेदी की कार्यशैली को अत्यंत विवादित बताते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि चतुर्वेदी के कार्यकाल में शिक्षकों के बिलों में जानबूझकर त्रुटियाँ रखी गईं। उनकी शह पर ही अन्वेषक भाऊलाल पारधी ने एक महिला शिक्षक को बेंझड जैसे अपमानजनक शब्द से संबोधित कर सबके सामने अपमानित किया।
अमर सिंह चंदेला ने आगे बताया कि सुभाष चंद्र चतुर्वेदी ने शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी कर उन्हें कार्यालय से भगाया। वेतन एरियर की मांग करने वाले कर्मठ शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर स्पष्टीकरण जारी किया गया। कार्यालय में बिना लेन-देन के कोई काम नहीं होता था और 2022 से लंबित क्रमोन्नति एरियर, एचआरए एरियर के भुगतान में जानबूझकर देरी की जाती रही।
कोर्ट के फैसले पर जिला प्रशासन को दरकिनार करने का लगाया आरोप
कलेक्टर मंडला से शिकायत के बाद चतुर्वेदी को बीईओ के प्रभार से हटा दिया गया था। हालांकि, सीनियर-जूनियर के आधार पर उन्हें माननीय हाईकोर्ट से राहत मिल गई। आक्रोश की मुख्य वजह यह है कि कोर्ट से राहत मिलने के बाद चतुर्वेदी ने जिले के अधिकारियों के आदेश के बिना ही बीईओ नैनपुर में ज्वाइन कर लिया और वर्तमान बीईओ वर्मा पर जबरन संपूर्ण वित्तीय एवं प्रशासनिक प्रभार सौंपने का दबाव बना रहे हैं। इसी एक तरफा कार्रवाई और दबाव के विरोध में सैकड़ों शिक्षकों ने रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा।

चतुर्वेदी को नैनपुर में बीईओ ना बनाया जाए
आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष नरेंद्र सिंह चौहान ने कहां कि किसी भी स्थिति में सुभाष चंद्र चतुर्वेदी को नैनपुर में बीईओ नहीं बनाया जाना चाहिए, क्योंकि ब्लॉक में उनसे सीनियर प्राचार्य पहले से कार्यरत हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि चतुर्वेदी को चाहें तो अन्य ब्लॉक में बीईओ बना दिया जाए, लेकिन नैनपुर में वर्तमान बीईओ वर्मा जी को ही बने रहने दिया जाए।
बाबू और अन्वेषक को हटाने की मांग
शिक्षक इंद्रेश तिवारी ने बताया कि पूर्व में कई बार निलंबित हो चुके बाबू अशोक यादव को स्थापना जैसा महत्वपूर्ण कार्य दिया गया है, जो बिल्कुल अनुचित है। उन्होंने आरोप लगाया कि यादव बाबू और अन्वेषक भाऊलाल पारधी का शिक्षकों के प्रति व्यवहार उचित नहीं है और वे जानबूझकर शिक्षकों के प्रकरणों को लटकाते हैं। इसलिए इन दोनों को बीईओ कार्यालय से हटाना अत्यंत आवश्यक है। अपाक्स ब्लॉक अध्यक्ष मनीष कटकवार ने बताया कि सहायक आयुक्त मंडला से कई बार यादव बाबू और अन्वेषक पारधी को हटाने का निवेदन किया गया है, लेकिन उन्हें नैनपुर बीईओ कार्यालय से नहीं हटाया जा रहा है, जबकि सहायक आयुक्त कार्यालय द्वारा हर महीने शैक्षिक व्यवस्था के नाम पर कई शिक्षकों को बिना किसी नियम-कानून के एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में स्थानांतरित किया जा रहा है।

सहायक आयुक्त की कार्यप्रणाली पर संदेह
मध्यप्रदेश शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अजय सिंह ने सहायक आयुक्त मंडला की कार्यप्रणाली पर भी संदेह व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि जब वर्तमान बीईओ हीरेंद्र वर्मा को हाईकोर्ट से स्टे मिला था, तो सहायक आयुक्त मंडला ने दो-तीन महीने तक फाइल पेश नहीं की। लेकिन जैसे ही चतुर्वेदी को कोर्ट से स्टे मिला, उसके एक सप्ताह के अंदर ही उन्हें बीईओ बनाने के लिए फाइल कलेक्टर के समक्ष पेश कर दी गई। अजय सिंह ने आरोप लगाया कि इससे लगता है कि सहायक आयुक्त मंडला भी अप्रत्यक्ष रूप से ब्लॉक के शिक्षकों को परेशान करने का प्रयास कर रहे हैं।

आंदोलन की चेतावनी
अपाक्स जिला अध्यक्ष संजीव सोनी ने प्रशासन को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि यदि बाबू अशोक यादव और अन्वेषक भाऊलाल पारधी को शीघ्र नहीं हटाया गया, तो सभी शिक्षक प्रतिदिन शाम 4 से 6 बजे तक कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि चतुर्वेदी जी को पुन: नैनपुर बीईओ बनाया गया, तो शिक्षक नैनपुर से पैदल मार्च निकालकर मंडला जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान दिलीप शरणागत, नंदकिशोर कटारे, तुलसीराम बंदेवार, भरत विक्रम, मुकुंद चंदेला, मुकेश सोलंकी समेत सैकड़ों शिक्षक शामिल रहे।
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