शिव बाबा मंदिर ट्रस्ट में मनमानी का साम्राज्य! चंदे से कमाई, हिसाब गायब… ग्रामीणों ने खोला बड़ा घोटाला, प्रशासन तक पहुंची पुकार।
शिव बाबा मंदिर ट्रस्ट में मनमानी का साम्राज्य! चंदे से कमाई, हिसाब गायब… ग्रामीणों ने खोला बड़ा घोटाला, प्रशासन तक पहुंची पुकार।
एडिटर इन चीफ
राजूसिंह राठौड़
9424525101,6260601991
बुरहानपुर जिले के नेपानगर क्षेत्र स्थित ग्राम गंभीरपुर में शिव बाबा मंदिर ट्रस्ट की कथित मनमानी, अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों ने ग्रामीणों का गुस्सा फूंक दिया है। ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर ट्रस्ट द्वारा वर्षों से हो रही अनियमितताओं, चंदे की राशि के दुरुपयोग, मंदिर परिसर में अवैध वसूली, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, और ट्रस्ट सदस्यों द्वारा दबंगई जैसे कई संगीन मुद्दों को उठाया है।
ग्रामीणों के अनुसार शिव बाबा बंजारा समाज समिति ट्रस्ट का संचालन ऐसे लोगों के हाथों में है, जिन्हें न कानून का ज्ञान है न ही ट्रस्ट संचालन के नियमों की जानकारी। बताया गया है कि पिछले 30 वर्षों से एक ही व्यक्ति ट्रस्ट का अध्यक्ष बना हुआ है और उसके परिवार को पदाधिकारी बनाकर ट्रस्ट को निजी संपत्ति की तरह चलाया जा रहा है।
मेले के समय ट्रस्ट द्वारा की जा रही वसूली पर भी गंभीर सवाल उठाए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पहले दुकान लगाने के लिए 200 से 300 रुपये की रसीद काटी जाती थी, लेकिन अब मनमाने ढंग से 200 फीट दुकान लगवाने के नाम पर हजारों रुपये ऐंठे जा रहे हैं। विरोध करने वालों को पुलिस के नाम पर डराया-धमकाया जाता है। कई बार दुकानदारों तथा श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता तक की गई है।
पीने के पानी, साफ-सफाई और सुविधा के नाम पर पैसा लेने के बावजूद ट्रस्ट कोई व्यवस्था नहीं करता। महिलाओं ने शिकायत की कि मेले के दौरान ट्रस्ट की अव्यवस्था के कारण उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है, शौचालय तक की उचित व्यवस्था नहीं की जाती। वहीं मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई गई नारियल और मिठाई की कोई रसीद नहीं दी जाती और न ही इसका कोई हिसाब रखा जाता है। मंदिर की आय का बड़ा हिस्सा ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा आपस में बांट लिया जाता है, ऐसी भी शिकायतें सामने आई हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि ट्रस्ट द्वारा प्राप्त दानराशि, सोना-चांदी और अन्य कीमती वस्तुओं का भी हिसाब-किताब नहीं रखा जाता। आरोप है कि ट्रस्ट के कुछ पदाधिकारी और उनके रिश्तेदार इन दानों का व्यक्तिगत लाभ उठा रहे हैं। मंदिर परिसर में की गई सरकारी भूमि पर भी ट्रस्ट ने कब्जे कर अवैध निर्माण करने की शिकायत ग्रामीणों ने पत्र में दर्ज कराई है।
यही नहीं, ग्रामीणों के अनुसार ट्रस्ट की दबंगई इस कदर बढ़ चुकी है कि यदि कोई व्यक्ति आवाज उठाए तो उसे गांव में बदनाम करने, झूठे आरोप लगाने और पुलिस के माध्यम से परेशान करने की कोशिश की जाती है। कई ग्रामीण मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं और मंदिर परिसर में जाने से भी डरने लगे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि शिव बाबा मंदिर ट्रस्ट की आय-व्यय का फोरेंसिक ऑडिट कराया जाए, अवैध कब्जों की जांच हो, दानराशि का पूरा हिसाब सार्वजनिक किया जाए और वर्षों से पदों पर बैठे लोगों को हटाकर नया ट्रस्ट गठित किया जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़े आंदोलन की राह अपनाएंगे। फिलहाल, गंभीर आरोपों से घिरे ट्रस्ट के खिलाफ कार्रवाई की मांग ने प्रशासन की नींद उड़ा दी है और स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज है।
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