अंततः गौ माता हुई शांत
अंततः गौ माता हुई शांत
- अत्यधिक चोट और ठंड के कारण स्थिति में सुधार नहीं और तोड़ दिया दम
नैनपुर- भारी तकलीफों से जूझने के बाद अंततः एक गौ माता शांत हो गई। यदि समय रहते यह सूचना मिल जाती और एक दिन पूर्व ही घायल अवस्था में खुले आसमान के नीचे पड़ी गौ माता को सुरक्षित आश्रय मिल जाता, तो संभवतः उसकी जान बचाई जा सकती थी।
जानकारी के अनुसार, एक दिन पहले नगर पालिका के मैदानी कर्मचारियों के सहयोग से गंभीर रूप से घायल गौ माता को सिवनी–छिंदवाड़ा रेल लाइन के पास से लाकर गौशाला में शिफ्ट किया गया था। उपचार के दौरान उसके पैर में प्लास्टर भी बांधा गया, लेकिन अत्यधिक चोट और ठंड के कारण उसकी स्थिति में सुधार नहीं हो सका और उसने दम तोड़ दिया।
इस दुखद घटना के माध्यम से नगर के समस्त नागरिकों से अपील की जाती है कि यदि किसी भी समय किसी भी स्थान पर कोई गौ माता या अन्य मूक पशु कष्ट में दिखाई दे, तो तत्काल संबंधित विभाग या गौसेवा संस्थाओं से संपर्क करें। आपका छोटा सा सहयोग भी किसी मूक प्राणी की जान बचा सकता है और यह पुण्य का कार्य होगा।
गौ माता के निधन से गौसेवकों एवं पशु प्रेमियों में शोक की लहर है।
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