अंतर्राज्यीय ठग सुभाष मंडल गिरफ्तार
94 लाख की ठगी का खुलासा, अंतर्राज्यीय ठग सुभाष मंडल गिरफ्तार
- मंडला के मजदूरों को लाखों का चूना लगाने वाला जालसाज चढ़ा पुलिस के हत्थे
- फर्जी चेक देकर हड़पी थी मजदूरी
मंडला . मंडला जिले के मजदूरों को लगभग 94.50 लाख का चूना लगाने वाले एक अंतर्राज्यीय ठग सुभाष मंडल 42 वर्ष, निवासी सागरपारा, मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल को अंजनिया पुलिस चौकी, थाना बम्हनी पुलिस की तत्परता और अथक प्रयासों से गिरफ्तार किया गया। आरोपी काफी लंबे समय से फरार चल रहा था। आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था। बताया गया कि मामला तब सामने आया जब 24 जून को बिहारी लाल यादव 45 वर्ष निवासी ग्राम घोट, बिछिया ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि सुभाष मंडल ने छल-कपट से उनकी और करीब 150 अन्य मजदूरों की 94 लाख 50 हजार रुपए की मजदूरी हड़प ली और उन्हें जाली, कूटरचित चेक देकर धोखाधड़ी की।

बताया गया कि नवंबर 2024 में ठेकेदार सुभाष मंडल बैंगलोर से ग्राम खर्राझर, अंजनिया आया था। उसने मजदूरों को 600 प्रतिदिन मजदूरी और अतिरिक्त बोनस का वादा करके बैंगलोर और उसके आसपास शासकीय रेलवे लाइन प्रोजेक्ट में काम करने के लिए फुसलाया। ग्राम खर्राझर, औरई, बघरौड़ी, घोट, बरबसपुर और अन्य जगहों से लगभग 150 मजदूर 19 नवंबर 2024 से 8 मार्च 2025 तक बैंगलोर के आसपास रेलवे लाइन प्रोजेक्ट कंगेरी, मैसूर में काम करने गए।
पुलिस से बचने बदल रहा था स्थान
शिकायत की जांच उपनिरीक्षक प्रवीण शर्मा, चौकी प्रभारी अंजनिया ने की। जांच में यह खुलासा हुआ कि सुभाष मंडल ने मजदूरों को काम करवाने के बाद ठेकेदारों से तो पैसे प्राप्त कर लिए लेकिन मजदूरों को उज्जवल फाइनेंस बैंक के किसी अन्य व्यक्ति के खाते के कूटरचित चेक दिए जो बाद में बाउंस हो गए। इस संबंध में पुलिस चौकी अंजनिया में आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया। आरोपी लगातार अपनी जगह बदल रहा था और अलग-अलग राज्यों में घूम रहा था, जिससे उसकी गिरफ्तारी मुश्किल हो रही थी। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया।

खुलासा-फर्जी चेक देकर देता था धोखा
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अलग-अलग जगहों से मजदूरों को अच्छे काम का लालच देकर एकत्र करता था, जो टेंडर, प्रोजेक्ट निकलते थे, उनमें वह स्वयं ठेकेदार के रूप में काम करते हुए मजदूरों को काम में लगाता था। वह मजदूरों को केवल खाने-रहने का पैसा देता था और बाकी पैसे चेक से देने का कहकर किसी और का फर्जी चेक देकर धोखा देता था। पुलिस अभी आरोपी से और जानकारी जुटा रही है कि आरोपी ने अन्य जिलों, राज्यों में भी इसी तरह की धोखाधड़ी की है या नहीं। प्रकरण की विवेचना जारी है और यदि विवेचना में और भी लोगों की संलिप्तता पाई जाती है तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा। आरोपी के कब्जे से मजदूरों को दी गई फर्जी स्मॉल फाइनेंस बैंक की चेकबुक, खाताधारक निवासी उमरिया का आधार कार्ड और अन्य कई बैंकों की चेकबुक, पासबुक व एटीएम बरामद हुए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं