मंडला फोर्ट से लंबी दूरी की ट्रेन सुविधा की मांग पकड़ी जोर
मंडला फोर्ट से लंबी दूरी की ट्रेन सुविधा की मांग पकड़ी जोर
- घंसौर, जबलपुर, डिंडौरी, अमरकंटक और छत्तीसगढ़ से जुडऩे को बेताब मंडला फोर्ट
- मंडला से महानगरों तक ओवरनाइट ट्रेन की दरकार
- मंडला फोर्ट से चलने वाली ट्रेन का बदला जाए समय

मंडला . मंडला जिले में लंबे समय से लंबित पड़ी लंबी दूरी की ट्रेन सुविधा की मांग अब एक जन आंदोलन का रूप लेने की तैयारी में है। जिले के संघर्ष समिति, विभिन्न सामाजिक संगठन और अन्य समूह एक मंच पर आकर इस मांग को पुरजोर तरीके से उठाने का मन बना चुके हैं। उनका मानना है कि रेल कनेक्टिविटी न केवल जिले के आर्थिक विकास को गति देगी, बल्कि पर्यटन और रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगी।

जिलेवासियों का कहना है कि आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला का महानगरों समेत अन्य राज्यों से जुडऩे के बाद विकास के पंख लग जाएगे। वर्तमान में जिले में रेल सुविधा तो है, लेकिन मंडला फोर्ट से अन्य महानगरों की पहुंच से दूर है। जिसका अभाव विकास की राह में एक बड़ी बाधा है। लोगों का मानना है कि मंडला से घंसौर को रेल लाईन से जोड़ा जाए। इसके लिए यहां के जनप्रतिनिधि और सत्ताधारी इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेजे, जिससे मंडला से घंसौर रेललाईन भी शुरू हो सके। जिससे जिले वासियों को अपनी यात्रा करने में परेशानी का सामना ना करना पड़े। यह रेल लाइन न केवल स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को सुगम बनाएगी, बल्कि इस क्षेत्र में व्यापार और कृषि गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।

जिलेवासियों को ओवरनाइट ट्रेन की आवश्यकता
जिले के रेल यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को लेकर एक बार फिर आवाज बुलंद हुई है। जिले से सीधे बड़े शहरों तक पहुंच सुनिश्चित करने और मौजूदा रेल सेवाओं को यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से मांग की जा रही है। बताया गया कि मंडला फोर्ट से एक ओवरनाइट ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग की जा रही है। यह ट्रेन मंडला फोर्ट से नैनपुर होते हुए जबलपुर तक जाए और वहां से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु जैसे अन्य महानगरों से सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करे। वर्तमान में मंडला से बड़े शहरों तक जाने के लिए यात्रियों को या तो लंबी सड़क यात्रा करनी पड़ती है या जबलपुर जाकर ट्रेन पकडऩी पड़ती है, जिससे समय और धन दोनों का अपव्यय होता है। ओवरनाइट ट्रेन की सुविधा से न केवल यात्रियों को सीधा संपर्क मिलेगा, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

मंडला-जबलपुर ट्रेन के समय में बदलाव की मांग
मंडला फोर्ट स्टेशन से नैनपुर होते हुए जबलपुर जाने वाली मौजूदा ट्रेन सेवाओं के समय में बदलाव की भी पुरजोर मांग की जा रही है। वर्तमान में सुबह 5 बजे रवाना होने वाली ट्रेन में यात्रियों की संख्या काफी कम होती है, क्योंकि मंडला फोर्ट तक पहुंचने के लिए सुबह इतनी जल्दी सार्वजनिक परिवहन के साधन उपलब्ध नहीं होते हैं। इसके कारण कई यात्री इस ट्रेन का लाभ नहीं उठा पाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्तमान में मंडला फोर्ट से ट्रेनें सुबह 5 बजे, दोपहर 12 बजे और शाम 4 बजे चल रही हैं। इन समयों को बदलकर सुबह 7.30 बजे, दोपहर 2 बजे और शाम 6 बजे किया जाना चाहिए। इससे यात्रियों को स्टेशन तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और वे आसानी से ट्रेन पकड़ पाएंगे। यह बदलाव यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया जाना अत्यंत आवश्यक है।

जिले में रेल सुविधा बढ़ाने की मांग
मंडला से जबलपुर, डिंडौरी और अमरकंटक को जोडऩे वाली रेल सुविधा की भी मांग अब जोर पकडऩे लगी है। जबलपुर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख शैक्षिक और व्यावसायिक केंद्र है, जबकि मंडला, डिंडौरी और अमरकंटक धार्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थल हैं। इन क्षेत्रों से सीधी रेल कनेक्टिविटी मंडला में पर्यटन को बढ़ावा देगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी। अमरकंटक जो नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है, लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है और मंडला से सीधी रेल लिंक इन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को आसान बनाएगी। इसके साथ ही मंडला को छत्तीसगढ़ राज्य से जोडऩे वाली रेल सुविधा की मांग भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। छत्तीसगढ़ खनिज संसाधनों से समृद्ध राज्य है और औद्योगिक विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मंडला से छत्तीसगढ़ तक सीधी रेल कनेक्टिविटी व्यापार और वाणिज्य के नए द्वार खोलेगी, जिससे दोनों क्षेत्रों को लाभ होगा। मंडला फोर्ट से इन सभी गंतव्यों के लिए रेल सुविधा जल्द से जल्द शुरू करने की मांग की जा रही है।

इनका कहना है
जिले के किसान अपनी उपज को मंडियों तक ले जाने के लिए काफी संघर्ष करते हैं। सड़क मार्ग से परिवहन महंगा और समय लेने वाला होता है। अगर हमारे पास रेल सुविधा होती तो हम अपनी उपज को आसानी से और कम लागत पर बड़े बाजारों तक पहुंचा पाते, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिल पाता।

राजा शुक्ला, समाजसेवी
जिले के जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस जन-मांग पर गंभीरता से विचार करें और मंडला को रेल मानचित्र पर लाने के लिए ठोस कदम उठाएं। यह न केवल जिले के लोगों की दशकों पुरानी इच्छा को पूरा करेगा, बल्कि मंडला को विकास और प्रगति की नई ऊंचाइयों पर भी ले जाएगा।

अखिलेश सोनी, समाजसेवी
मंडला में रेल सुविधा का अभाव हमारे व्यवसाय के लिए एक बड़ी चुनौती है। हमें दूर-दराज के बाजारों तक पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अगर मंडला से घंसौर, जबलपुर और छत्तीसगढ़ तक सीधी रेल कनेक्टिविटी मिल जाए, तो हमारा व्यापार कई गुना बढ़ सकता है।

पंकज सोनी, व्यापारी
रेल सुविधा सिर्फ आर्थिक विकास का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य से भी जुड़ा है। अच्छी रेल कनेक्टिविटी हमें उच्च शिक्षा और बेहतर रोजगार के अवसरों तक पहुंचने में मदद करेगी। मैं संघर्ष समिति और अन्य संगठनों से अपील करती हूं कि वे इस मांग को और मजबूत करें।

रंजीत कछवाहा, समाजसेवी
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