"संस्कारों की पाठशाला बना आर्यवीर दल शिविर – पार्षद शुक्ला बोले, वेदों की ओर लौटो, गीता-रामायण पढ़ने वालों को मिलेगा निःशुल्क ग्रंथ"
शुक्ला ने बच्चों में नैतिक मूल्यों की कमी को चिंता का विषय बताते हुए कहा कि ऐसे समय में आदित्य प्रजापति द्वारा आयोजित यह शिविर प्रशंसा के योग्य है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि जो भी बालक अथवा बालिका रामायण, महाभारत या गीता पढ़ना चाहता है, उसे उनकी ओर से निशुल्क ग्रंथ प्रदान किए जाएंगे।
इस अवसर पर डॉ. मालती प्रजापति, भैरों सिंह आर्य और हरिपद शास्त्री भी मौजूद रहे। शिविर में बच्चों को नैतिकता, अनुशासन और भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की गईं।
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