मछरिया वन ग्राम समिति ने लकड़ी तस्करों को पकड़ा, ट्रक और बाइक जब्त
मछरिया वन ग्राम समिति ने लकड़ी तस्करों को पकड़ा, ट्रक और बाइक जब्त
- ग्रामीणों ने वन तस्करों और वन विभाग पर मिलीभगत के लगाए आरोप
मंडला. मोहगांव प्रोजेक्ट के अंतर्गत वन ग्राम समिति मछरिया के सदस्यों ने सक्रियता दिखाते हुए सागौन लकड़ी की अवैध तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। ग्रामीणों की सतर्कता के चलते सागौन की 11 लकड़ी, एक ट्रक और एक दोपहिया वाहन जब्त किया गया है। समय पर कार्रवाई न करने पर ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों के प्रति नाराजगी भी व्यक्त की है।

जानकारी अनुसार ग्रामीणों को सूचना मिली थी कि रात्रि में सागौन के पेड़ों की कटाई हो रही है। जांच करने पर मौके से 11 सागौन के कटे हुए पेड़ बरामद हुए। ग्रामीणों ने दो दिनों तक संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी और तस्करों को रंगेहाथ पकडऩे की योजना बनाई। उन्होंने वन विभाग को सूचित किया और कटे हुए पेड़ों की निगरानी करने की जिम्मेदारी ली, जिससे तस्करों को वापस आने पर पकड़ा जा सके।

घेराबंदी करके पकडऩे का प्रयास
वनग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों ने वन तस्करों को पकडऩे के लिए अपनी योजना बनाई। ग्रामीणों ने रात्रि में जंगल की घेराबंदी की। उन्होंने दो और सागौन के पेड़ों की कटाई की आवाज सुनी। जिसके बाद समिति के सदस्य मौके पर पहुंचे, लेकिन तस्कर मौके से भागने में सफल रहे। हालांकि भागते समय वे अपना एक ट्रक जो सिवनी जिले का था और एक बाइक सहित अन्य सामान मौके पर ही छोड़ गए, जिसे ग्रामीणों ने जब्त कर लिया। इसके साथ ही पांच लकड़ी काटने के आरे और तस्करों के मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं।

ग्रामीणों में है वनविभाग के प्रति नाराजगी
समिति के सदस्यों ने बताया कि रात्रि में सामान जब्त करने के बाद वन विभाग के संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को सूचित किया गया, लेकिन वे घटनास्थल पर 12 घंटे बाद पहुंचे। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है और उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों पर तस्करों से मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। वन विभाग ने मामला दर्ज कर लिया है और वन अधिकार अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। जब्त किए गए ट्रक और बाइक के साथ अन्य सामान की जांच की जा रही है। वन विभाग ने ग्रामीणों की सूझबूझ और वन सुरक्षा के प्रति उनकी सक्रियता की सराहना की है।
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