जिला अस्पताल में मृतक के परिजन व चिकित्सीय स्टाप का हुआ विवाद
जिला अस्पताल में मृतक के परिजन व चिकित्सीय स्टाप का हुआ विवाद
- फांसी से लटका मिला था युवक, आनन फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे थे भाई,
- चिकित्सक ने जांच परीक्षण कर मृत घोषित किया, करीब एक घंटे तक हुआ हंगामा
मंडला– मंडला जिला अस्पताल में मंडला में एक बार फिर तीमारदारो और चिकित्सीय स्टाप के बीच विवाद हो गया है। गार्ड से शुरू हुई बहस मृतक के परिजनो और चिकित्सीय स्टाप के बीच मारपीट में बदल गई। दोपहर के समय नगर के भगत सिंह वार्ड निवासी एक युवक ने अपने ही घर में फांसी लगा ली। जिसे आनन फानन में उसके भाई उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। यहां अस्पताल के गेट में तैनात गार्ड के साथ युवक को गंभीर हालत में चिकित्सक के पास ले जाया गया। चिकित्सक के द्वारा जांच परीक्षण कर युवक को मृत घोषित कर दिया। इस दौरान गार्ड से बहस हो गई। मृतक के भाई ने गार्ड को धक्का दे दिया। इसके बाद जिला अस्पताल में जमकर हंगामा हो गया। चिकित्सक व स्टाप और मृतक के परिजनो के बीच मारपीट हो गई। सूचना कोतवाली पुलिस को मिली। इसके बाद मामला शांत किया गया। करीब एक घंटे तक जिला अस्पताल में हंगामा चलता रहा है।
- भगत सिंह वार्ड निवासी दुर्गेश सिंगरोरे 35 वर्ष ने अपने घर में चुनरी से फांसी का फंदा बनाकर झूल गया। पूजन के लिए परिवार के सदस्य मंदिर गए हुए थे। फांसी लगाने के कुछ देर के बाद उसका छोटा भाई घर पहुंचा। उसके हाथ पैर कांप गए। अपने भाई के साथ उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए। यहां अस्पताल गेट सामने से स्टेक्चर मांगा। इस दौरान गेट पर तैनात गार्ड ने उन्हे आराम से स्टेक्चर ले जाने कहा। चिकित्सक के सामने भी कुछ बाते बोल दी। यहां युवक को बचाने के प्रयास में भाई परेशान रहे। चिकित्सक ने दुर्गेश सिंगरौरे का जांच परीक्षण किया और उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनो का कहना था कि दुर्गेश को ईजीसी करना था। इस पर गार्ड ने कुछ शब्द बोल दिए। इससे नाराज होकर गार्ड को धक्का दे दिया। इस बात को लेकर मृतक परिजनो और चिकित्सा स्टाप के बीच बहस शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया है कि दोनो के बीच मारपीट शुरू हो गई।
पुलिस ने कराया मामला शांत
जिला अस्पताल में मरीजो के परिजनो और चिकित्सको के बीच विवाद का यह पहला मामला नहीं है। पिछले कुछ सालो से जिला अस्पताल में विवाद व मारपीट की घटनाएं बढ़ गई। दोपहर के समय मृतक के परिजनो और चिकित्सा स्टाप के बीच जमकर विवाद हुआ। करीब एक घंटे तक हंगामा हुआ है। मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस के दखल के बाद मामला शांत किया गया है।
परिवार में चल रही थी शादी की तैयारी
मृतक के परिवार में ही शादी समारोह की तैयारी चल रही थी। इसके चलते घर में कोई नहीं था। घर परिवार की महिलाएं पूजन के लिए मंदिर गई हुई थी और भाई अपने काम से घर से बाहर थे अकेले होने का फायदा उठाकर दुर्गेश सिंगरौरे ने अपने घर में कपड़ा सुखाने के लिए लगाई रॉड में चुनरी से फांसी का फंदा बनाया और फंासी लगा ली। मृतक का पीएम कराने के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनो को सौप दिया है।
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