संगम और किला घाट में नाव चालक कर रहे मनमानी
- श्रद्धालुओं से वसूल रहे हे मनमाना किराया
- संगम घाट में पुल निर्माण के बाद मिलेगी राहत
मंडला . नर्मदा नगरी मंडला के संगम घाट महाराजपुर और किला घाट पर नाव चालकों द्वारा खुलेआम मनमानी वसूली की जा रही है। नगरपालिका द्वारा नाव का ठेका समाप्त किए जाने के बाद से इन दोनों ही घाटों पर नाव चालक आम लोगों और श्रद्धालुओं से अपनी मर्जी का किराया वसूल रहे हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बताया गया कि मां नर्मदा के तट पर अस्थि विसर्जन के लिए दूर-दूर से और अन्य जिलों और प्रदेशों से भी लोग मंडला आते हैं। इन लोगों से नाव चालक अधिक पैसे वसूल रहे हैं, जो कि सरासर अनुचित है।

- जानकारी अनुसार जिले समेत अन्य जिलों और प्रदेशों से उपनगर महाराजपुर में स्थित मां नर्मदा और बंजर के संगम स्थल रोजाना आते है। यहां आने वाले श्रृद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां कुछ नाव चालक शराब के नशे में भी नाव चलाते हैं, जिससे भविष्य में किसी गंभीर दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने इस गंभीर विषय पर चिंता व्यक्त की है और प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।
- बताया गया कि किला घाट का विशेष महत्व है, क्योंकि यहां व्यास नारायण मंदिर नर्मदा तट पर स्थित है। प्रतिवर्ष यहां से उत्तर वाहिनी परिक्रमा का आयोजन भी होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं। पर्यटन की दृष्टि से भी इस तट का विकास और सौंदर्यीकरण की भी आवश्यकता है, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को सुखद अनुभव हो सके। स्थानीय लोगों का कहना है कि किला घाट पर हमेशा ही समस्याएं बनी रहती हैं। वर्तमान में नाव चलाने का अधिकार केवल एक ही व्यक्ति के पास होने के कारण यात्रियों को उसकी मनमानी शर्तों को मानने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बरसात के मौसम में तो स्थिति और भी खराब हो जाती है, जब लोगों को कीचड़ भरे रास्ते से होकर घाट तक जाना पड़ता है।

नाव की सवारी का निर्धारित हो किराया
श्रृद्धालुओं और नागरिकों ने नगरपालिका मंडला से इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने और किला घाट पर व्यवस्थित घाट का निर्माण कराने, तट तक पहुंचने के लिए सुगम रास्ते का निर्माण कराने की मांग की है। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि नगरपालिका स्वयं अपने नियंत्रण में नावों का संचालन करे और नाव की सवारी के लिए उचित दरें निर्धारित करे, जिससे यात्रियों का शोषण न हो सके। लोगों ने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई है जिससे श्रद्धालुओं और आम नागरिकों को इस मनमानी वसूली से मुक्ति मिल सके और घाटों पर सुरक्षित एवं सुगम आवागमन सुनिश्चित किया जा सके।

त्रिवेणी संगम में पुल बनने से बढ़ेगा व्यापार, मिलेगा रोजगार
महाराजपुर त्रिवेणी संगम में हो रहे पुल निर्माण से महाराजपुर की जनता को इसका फायदा मिलेगा। काम लगातार जारी है। लगभग सभी पाया खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल निर्माण से छात्र-छात्राओं को आने जाने में सुविधा मिलेगी। झूला पुल के निर्माण से जो व्यपार महाराजपुर में कम हुआ था उसमें व्यपार बढ़ेगा। इसके साथ नर्मदा परिक्रमावासियों को जो अतिरिक्त दुरी सात किलो मीटर की तय करनी पड़ रही है वह पुल के बनने से कम हो जाएगी। पुल का निर्माण कर रहे ठेकेदार अब्दुल अजीज का कहना जल्द ही पुल का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, गुणवत्ता के साथ कार्य किया जा रहा है। बड़ी-बड़ी मशीन लगाई गई है जिससे कार्य तेजी से चल रहा है। महाराजपुर के समाजसेवी अजीम खान ने बताया कि पुल निर्माण से पूरवा, रामबाग जैसे अनेकों गांव को जुड़ेंगे। ऑटो चालक एवं छोटे व्यापरियों को भी रोजगार के अवसर मिलेगा। त्रिवेणी संगम स्थल में श्रद्धालुओं की संख्या बढऩे से स्थानीय रोजगार बढ़ेगा।
इनका कहना है
किले घाट और संगम घाट में संचालित नाव चालकों द्वारा मनमाना किराया लिया जा रहा है। जिससे दूर दराज से आने वाले श्रृद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन इस मामले को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्रवाई करें।

अखिलेश सोनी, समाजसेवी, मंडला
नर्मदा घाट में नाव चालकों द्वारा ज्यादा किराया लिया जा रहा है। इसके निराकरण के लिए परिषद में बात करके इसका हल निकाला जाएगा। इसके साथ ही महाराजपुर संगम में हो रहे पुल निर्माण के बाद यह परेशानी भी दूर हो जाएगी।

अखिलेश कछवाहा, उपाध्यक्ष, नपा मंडला
किले घाट में बारिश के सीजन में नाव से आने जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। किले घाट में मार्ग निर्माण के साथ यहां एक स्थाई घाट भी बनाना जरूरी है। इसके साथ ही अवैध रूप से नाव का ज्यादा किराया लेना भी उचित नहीं है।

राकेश शुक्ला, नर्मदा भक्त, मंडला
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