गुरुद्वारा बड़ी संगत के पीछे गंदगी का अंबार, फैक्ट्रियों की लापरवाही से धार्मिक स्थल को नुकसान
बुरहानपुर
गुरुद्वारा बड़ी संगत के पीछे गंदगी का अंबार, फैक्ट्रियों की लापरवाही से धार्मिक स्थल को नुकसान
बुरहानपुर जिले में फैक्ट्रियों की लापरवाही और प्रशासन की उदासीनता के कारण ऐतिहासिक धार्मिक स्थल गुरुद्वारा बड़ी संगत के पीछे गंदगी का अंबार लग गया है। फैक्ट्रियों से निकलने वाला दूषित पानी खेतों और धार्मिक स्थल परिसर में घुस रहा है, जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है।
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कई बार शिकायत की, लेकिन फैक्ट्री मालिकों की मनमानी जारी है। खुले आम लकड़ियां जलाकर वायु प्रदूषण फैलाया जा रहा है, तो दूषित पानी से जल प्रदूषण बढ़ रहा है। नियमों को ताक पर रखकर फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं, लेकिन प्रशासन आंख मूंदकर बैठा है।
इससे न केवल धार्मिक स्थल को क्षति पहुंच रही है, बल्कि आसपास के खेतों, पशुओं और मानव जीवन पर भी इसका गंभीर असर पड़ रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन कब तक चुप बैठता है और इस लापरवाही पर क्या सख्त कदम उठाता है।
बुरहानपुर में फैक्ट्रियों की लापरवाही से पर्यावरण संकट, जहरीले पानी से बढ़ा कैंसर का खतरा
बुरहानपुर जिले में संचालित फैक्ट्रियां बिना एसटीपी प्लांट के जहरीला पानी बाहर छोड़ रही हैं, जिससे न केवल पर्यावरण दूषित हो रहा है बल्कि लोगों की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है। नियमों के अनुसार, हर फैक्ट्री को एसटीपी प्लांट लगाना अनिवार्य है, लेकिन फैक्ट्री मालिकों की मनमानी और प्रशासन की अनदेखी के कारण जहरीला पानी खेतों और जल स्रोतों में मिल रहा है।
पर्यावरण विभाग के अधिकारी भी इस लापरवाही पर आंखें मूंदे हुए हैं, जबकि आर्सेनिक और अन्य खतरनाक रसायनों की मौजूदगी से चरम रोग और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। लोधीपुरा समेत कई इलाकों में रहने वाले लोग इस प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं।
शासन और प्रशासन की निष्क्रियता के चलते जनता में भारी आक्रोश है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो यह संकट और विकराल हो सकता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर क्या कदम उठाता है।
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