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बारिश के चलते नर्मदा नदी के साथ साथ कई नदी नाले मे बाढ़

बारिश के चलते नर्मदा नदी के साथ साथ कई नदी नाले मे बाढ़ 


मंडला - अब मानसून मेहरबान है। जिले सहित वन आंचलों में बारिश का दौर जारी है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो रही है। वहीं वनों से आच्छादित क्षेत्रों में बारिश की झड़ी लगी है। जिले सहित डिंडौरी में हो रही बारिश के चलते नर्मदा के जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है। जिले में अब तक करीब 854 मिमी बारिश हुई है और 1 अगस्त को जिले में 57.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले की सभी तहसीलों में जमकर बारिश हो रही है। बारिश की संभावना के चलते जिला प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण अमले को एलर्ट जारी किया है। तहसील स्तर पर नियुक्त बाढ़ नियंत्रण अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ के हालतों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिये गये है। सूचना तंत्र को मजबूत किया गया। वहीं विगत रात्रि शुरू हुई तेज बारिश के चलते रपटा घाट स्थित नर्मदा नदी में बना पुराना पुल डूब गया है। यह पुल इस बारिश के सीजन में पहली बार डूबा है। अभी नर्मदा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अर्लट है।


 मंडला जिले के सभी क्षेत्र में बारिश का दौर शुरू हो गया है। लगातार बारिश हो रही है। बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का आपसी संपर्क टूट गया है। तेज बारिश के चलते कई निचले क्षेत्र के पानी घुस गया है। जिससे जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बताया गया कि बारिश के चलते कई मार्गो का भी संपर्क टूट गया था, जो जल स्तर कम होने के बाद वहां का आवागमन सुचारू हो सका। बताया गया कि ग्रामों को मुख्य सड़क से जोडऩे वाले मार्ग अधिक बारिश में प्रभावित हो जाते है। अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों के मार्गो में कम ऊंचाई में पुल पुलियो का निर्माण हुआ है। बारिश के दौरान नैनपुर में थांवर नदी, भुआबिछिया में मटियारी नदी, बम्हनी में बंजर नदी के जलस्तर का बढऩा घटना जारी रहता है, जिससे पुल पुलियो का डूबना और उतरना बारिश के दौरान बना रहता है। इस बीच ग्रामीणों को आवगमन में परेशानियों का सामना करना पडता है। छोटे पुल, पुलिया डूबने से जिले के दर्जनों गांव का आवागमन प्रभावित हो जाता है। जिले में दो दिन से हो रही बारिश के चलते जिले के कई क्षत्रों में मार्ग अवरूद्ध रहे।

जिले में अब तक 854 मिमी औसत वर्षा 

जिले में इस वर्ष 1 जून से 1 अगस्त 2024 के दौरान 854 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जबकि इसी अवधि तक गत वर्ष 587.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी। इस प्रकार गत् वर्ष की तुलना में इस वर्ष 266.5 मिलीमीटर अधिक वर्षा दर्ज की गई है। जानकारी अनुसार 1 अगस्त को मंडला में 51.6 मिमी, नैनपुर में 7.6, बिछिया में 99.6, निवास में 58.2, घुघरी में 64.6 एवं नारायणगंज में 63.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इस प्रकार जिले में 1 अगस्त को 57.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।


 यहां हुए मार्ग अवरूद्ध 
पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के कारण जिले के कई मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए है। बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर हैं। मंडला में नर्मदा नदी का रपटा का छोटा पुल, रामनगर पुल सहित अनेक पुल डूब गए है। जिससे अनेक मार्गों से आवागमन रोक दिया गया है। नर्मदा नदी का जल स्तर बढऩे से नगर का छोटा रपटा पुल डूब गया है। रामनगर में भी नर्मदा पुल के ऊपर अधिक पानी होने के कारण इस मार्ग से आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही जैजम नाले में पानी अधिक होने से सिझोरा-राजो मार्ग बंद हो गया है। डिंडौरी मार्ग में चाबी झंडा टोला मार्ग की पुलिया डूबने से यह मार्ग भी बंद है।


आपदा से निपटने तैयार 
होमगार्ड के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट ने बताया कि किसी भी आकस्मिक आपदा से निपटने के लिए जिले के टिकरिया, निवास, घुघरी, बिछिया, नैनपुर, बम्हनी थानों में डीआरसी टीम सुरक्षा उपकरण के साथ तैनात है। यदि इस टीम को रेस्क्यू में परेशानी आती है तो रिजर्व में एसडीईआरएफ की टीम भी तैनात हैं। इसके अतिरिक्त होमगार्ड के जवानों को रिजर्व में रखा गया है।



रपटा देखने पहुंचे लोग 
बुधवार-गुरूवार की पूरी रात झमाझम बारिश मंडला और डिंडौरी जिले में हुई। इससे नर्मदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। मंडला में रपटा पुल के करीब ढाई फिट ऊपर से पानी बह रहा है, वहीं रामनगर पुल भी डूब चुका है। रपटा घाट के दोनों ओर तरफ होमगार्ड की टीम तैनात की गई है। जिससे कोई घटना ना हो। वहीं नर्मदा के प्रचंड वेग का विहंगम दृश्य निहारने के लिए रपटा घाट में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस वर्ष शुरूआत में बारिश नहीं होने से लोग यह दृश्य देखने से रह गए थे। नर्मदा के जल स्तर में बढ़ोत्तरी होने से लोग रोमांचित हो उठे और रपटा घाट, सहस्त्रधारा, संगम, जेल घाट, मालीमोहगांव सहित तटीय क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही बढ़ गई। कोतवाली एवं यातायात पुलिस घाटों में निगरानी कर रही है।



उमराहा नाला आने से दो घंटे थमे रहे पहिए


तेज बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गए है। बुधवार को हुई तेज बारिश के कारण छपरा उमरहा नाला उफान पर आ गया। जिससे मेहदवानी नारायणगंज बंद हो गया। यहां चलने वाले सभी यात्री वाहनों के पहिए थम गए। करीब दो घंटे तक मार्ग अवरूद्ध रहा। नदी में आई बाढ़ का पानी कम होने के बाद ही जबलपुर मेहदवानी नारायणगंज बस सेवाऐ शुरू हुई। इसके साथ ही चकदेही साप्ताहिक बाजार भी बारिश के कारण प्रभावित हो गई। तेज बारिश के कारण जगह जगह के नदी नाले उफान पर आ गए है।

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