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दरगाह-ए हकीमी में सैयदी अब्दुलकादिर हकीमुद्दीन साहब का उर्स अकीदत के साथ मनाया गया

बुरहानपुर।एल,विश्व प्रसिद्ध दरगाह-ए-हकीमी बुरहानपुर में बोहरा समाज के आध्यत्मिक धर्म गुरू सैयदी अब्दुल कादर हकीमुद्दीन साहब का उर्स बड़ी अकीदत के साथ बोहरा समाजजनो द्वारा मनाया गया।
बोहरा समाज के 53 वे धर्मगुरु डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफ़ुद्दीन साहब के मार्गदर्शन में बुरहानपुर में उर्स मनाया जा रहा है इस अवसर पर सैयदना साहब द्वारा 52 में गुरु डॉक्टर सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब के शहजादे क़ुसैई भाई साहब को दरगाह ए हकीमी में सैयदी अब्दुल कादिर हकीमुद्दीन साहब के उर्स शरीफ में सदारत के लिए बुरहानपुर भेजा जिनकी सदारत में आज उर्स का समापन हुआ।
सयैदना डॉ.मुफद्दल सैफ़ुद्दीन साहब के नेतृत्व में बोहरा समाज के साथ साथ देश के शैक्षणिक ओर शाशक्त विकास के लिए कार्य कर रहे है जिससे बोहरा हमारा देश के साथ साथ पूरे विश्व मे अपनी पहचान बना रहा है। डॉ. सैयदना साहब के मार्गदर्शन में बोहरा समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक उनकी मदद पहुच रही है ।
साथ ही एकता और स्वछता को लेकर भी लागतार कार्यो को अंजाम दिया जा रहा है आज बोहरा समाज शांति और सद्भव के साथ साथ साफ सफाई में भी अपनी अलग पहचान बनने में कामयाब हो रहा है जिसका श्रेय सैयदना साहब को ही जाता है वे बेहतर जिंदगी के साथ साथ अपने देश के प्रति ईमानदारी का संदेश लगतार देते रहे है।

दरगाह ए हकीमी पीआरओ समिती ने बताया कि दरगाह प्रबंधन कमेटी प्रबंधक शेख शब्बीर भाई ताहिरी और उपप्रबंधक शेख मुस्तफा भाई उज्जैनी द्वारा देशभर से देशभर से आने वाले जायरीनों के लिए कई विशेष इंतजाम कर किये जिसमे उर्स पर आए जायरीनों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ़ न हो जिसके लिए करीब 3 4 महीने से तैयारियां शुरू कर दी गई थी आपको बता दे उर्स के मौके पर देशभर से बोहरा समाज जन बड़ी संख्या में बुरहानपुर आते है।
पीआरओ समिति के तफज्जुल हुसैन मुलायम वाला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि 
उर्स के मौके पर दरगाह ए हकीमी बुरहानपुर में देश-विदेश से हज़ारों की संख्या आये अक़ीदत मनन्दों ने आकर सैयदी अब्दुल कादिर हकीमुद्दीन साहब के रूहानी फैज हासिल कर अपने ओर अपने साथियों के लिए उर्स के विशेष मौके पर दुआएं की।

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