माहुरगढ़ का त्यौहार,बुरहानपुर दोनो राज्यो की सीमा पर स्थित होने के कारण स्थानीय लोगों पर धार्मिक , सामाजिक स्तर पर महाराष्ट्रीय पर्वों का प्रभाव काफी है ,
माहुरगढ़ का त्यौहार
बुरहानपुर दोनो राज्यो की सीमा पर स्थित होने के कारण स्थानीय लोगों पर धार्मिक , सामाजिक स्तर पर महाराष्ट्रीय पर्वों का प्रभाव काफी है , जिले में होली के बाद कुलदेवी का त्यौहार भक्ति भाव से मनाया जा रहा हैं । जिले के शाहपुर क्षेत्र के ग्राम इच्छापुर में होली के बाद श्री कुल देवी रेणुका माता माहुरगड का त्यौहार पंडित परिवार द्वारा धूमधाम से बाजे गाजे के साथ मनाया जाता है ।
: बुरहानपुर जिले में अनेकता में एकता देखने को मिलती है ,यहां सभी सम्प्रदाय के महिला एवम् पुरुष घर से निकलकर कुम्हार के घर पहुंचते है एवम् वहां पर रत्नों की पूजा अर्चना करते है पूजा अर्चना करने के बाद घर पहुंच कर महाप्रसाद के रूप में मराठी व्यंजन पूरणपोली बनाने का कार्य किया जाता है, इसके पश्चात रात्रि में भजन कीर्तन का आयोजन भी किया गया , यह त्यौहार परंपरा के अनुसार ही मनाया जाता रहा हैं । हालांकि यह पूजन अर्चना महाराष्ट्र की भक्ति पर आधारित है ।
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