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श्रमजीवी पत्रकारों पर मीडिया संस्थानों के मालिकों द्वारा किए जा रहे अत्याचार वह भी कोरोना काल में केन्द्र एवं राज्य सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए - शारदा

भोपाल : इंडियन फेडरेशन आफ मिडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राधावल्लभ शारदा ने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को वाट्स अप के जरिए अनुरोध किया है कि कोरोना काल के सबसे बड़े योद्धा जिसने कोरोना के  पल पल के समाचार को आम जनता तक पहुंचाने का बड़ा काम किया है आज बह संकट से गुजर रहा है ।
यहां मुझे यह लिखने में भी कुछ संकोच नहीं है कि कोरोना के समाचार ,देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित अन्य किसी मुख्यमंत्री , मुख्य सचिव , कर्मचारी, किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता अथवा कार्यकर्त्ता ने आम जनता को जागरूक नहीं किया ।
कोरोना की जानकारी सिर्फ और सिर्फ मिडिया संस्थानों में काम करने वाले पत्रकारों ने अपनी जान की परवाह किए बिना समाचार संकलन कर जनता को जागरूक करने का काम किया है इसे कोई इन्कार नहीं कर सकता ।
इतनी अहम भूमिका निभाने वाले पत्रकारों पर संकट खड़ा हो गया है । दैनिक दवंग दुनिया जैसे कई समाचार पत्रों के मालिकों द्वारा पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं दिया गया तथा नौकरी से बाहर कर दिया । यह बात तो उन कर्मचारियों की है जो प्रकाशन स्थल पर काम कर रहे हैं रही बात ग्रामीण अंचल एवं जिलों की तो उन स्थानों पर पत्रकारों को न तो नियुक्ति पत्र जारी किया और ना ही किसी तरह का वेतन । उनसे कमीशन पर काम लिया जाता है ।
अपने  वाट्स अप संदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष शारदा ने मांग की है कि पत्रकार एवं अन्य कर्मचारियों की छंटनी पर रोक लगाने तथा नियमानुसार वेतन दिलाने के लिए सख्त कार्रवाई करें । 
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से निवेदन है कि कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार ने छोटे समाचार पत्रों के विज्ञापन एवं भुगतान पर रोक लगा दी थी उसे पुनः प्रारंभ किया जाना चाहिए । मैं यह भी बताना आवश्यक समझता हूं कि मिडिया में काम करने वाले आपकी पहचान एवं आपके नाम को जनता तक पहुंचाने काम करते हैं ।
यह संदेश केन्द्रीय नेताओं प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों , विधायकों को तथा आई ए एस ,आई पी एस अधिकारियों के साथ ही देश के पत्रकारों को भेजा जा रहा है ।
पत्रकारों से अनुरोध है कि इस संदेश को अधिकतम प्रसारित किया जाना चाहिए ।
आप सभी का
राधावल्लभ शारदा
राष्ट्रीय अध्यक्ष
इंडियन फेडरेशन आफ मिडिया
प्रदेश अध्यक्ष 
एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन भोपाल
२१जून २०२० 


मीडिया संस्थानों में छटनी से गहराया रोजगार संकट, जिंदगी पर खड़ा हुआ सवाल
ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन पीएम को सौंपेंगा ज्ञापन

 अध्यक्ष एवं वरिष्ठ ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ ख़ास कर छटनी ग्रस्त पीड़ित पत्रकारों व प्रेस कर्मियों को केंद्र व् राज्य सरकारों द्वारा तिरष्कृत किया जा रहा है। श्रम रोज़गार गारन्टी एवं सामजिक सुरक्षा के मौजूदा क़ानून का मीडिया में अनुपालन नहीँ दिख रहा है।
 #  वेतन में कटौती #
मीडिया संस्थानों में कोरोना काल में सैंकड़ो पत्रकारों को बिना सैलरी दिए  बाहर कर दिया गया है इतना ही नहीं वेतन में कटौती भी कर दी तथा समाचार पत्र की पृष्ठ संख्या कम कर मूल्य भी बढ़ा दिया गया है । गुहार लगाने पर उनके साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है। सारे मीडिया संस्थानों ने मजीठिया वेज बोर्ड की सिफारिशों का घोर उल्लंघन कर रहें हैं। पत्रकारों को न तो कोई नियुक्ति पत्र दिया जाता है और न ही नौकरी की कोई गारंटी दी जाती हैं। यहां तक की अपनी मर्ज़ी से नौकरी से निकाल दिया जाता है। इन शोषित पीड़ित पत्रकारो की रोजगार सुरक्षा हेतु सरकारों द्वारा कोई सुध नहीं ली जा रही हैं।
करोना काल के मद्देनजर पीड़ित पत्रकार अपनी रोजगार एवं सुरक्षा हेतु न्यायालय में अपनी व्यथा की अर्जी भी नहीं दे पा रहे हैं। मीडिया संस्थानों में साजिशकर्ताओं के शिकार हो रहे हैं।

इस गंभीर समस्या को दृष्टिगत रखते हुए ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा देशभर के छटनी ग्रस्त मीडिया कर्मी और पत्रकारों में व्याप्त संकट के संबंध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, श्रममंत्री एवं देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अवगत कराया जाएगा।

डॉ, प्रविण पाटिल 
      जिलाध्यक्ष
 एम,पी, वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन(भोपाल)

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