शिक्षक दिवस: प्रतिभाओं को निखारने वाला गुरु
बुरहानपुर म.प्र(किशोर चौहान)। गुरु का हर एक के जीवन में खास महत्व होता है। ऐसा कहा जाता है कि गुरु के बिना सही रास्तों पर चल पाना बहुत ही कठिन है। वह आपको सही रास्ता दिखाते हैं। जिसके लिए कई बार कड़ी परीक्षाओं से भी गुजरना पड़ता है इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि जन्म दाता से बढकर महत्व शिक्षक का होता है क्योंकि ज्ञान ही इंसान को व्यक्ति बनाता है, जीने योग्य जीवन देता हैं।किसी भी देश या राष्ट्र के भविष्य का निर्माण करना है। सही मायनो में कहा जाये तो एक शिक्षक ही अपने विद्यार्थी का जीवन गढ़ता है। शिक्षक ही समाज की आधारशिला है। एक शिक्षक अपने जीवन के अन्त तक मार्गदर्शक की भूमिका अदा करता है और समाज को राह दिखाता रहता है, तभी शिक्षक को समाज में उच्च दर्जा दिया जाता है।
इस भाव के साथ ग्रामीण क्षेत्र में शासकीय माध्यमिक शाला तुरकगुराडा में पदस्थ शिक्षक विजय महाजन अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनके पढाये छात्र डाक्टर, वकील, इंजीनियर, शिक्षक बनकर सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने ग्रामीण विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
सन 2014 में शिक्षा विभाग द्वारा जिला उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार से महाजन जी को सम्मानित किया।
शिक्षा के साथ 2012 मे शासकीय योग प्रशिक्षण भोपाल से योग प्रशिक्षण प्राप्त कर जिले में योग प्रचार प्रसार के लिए पुरी तरह समर्पित है।
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