विकलांग व्यक्ति में ज्यादा मेमोरी होती हैं
विकलांग व्यक्ति में ज्यादा दिमाग होता हैं
सामान्य व्यक्ति की अपेक्षा विकलांग व्यक्ति में ज्यादा दिमाग होता हैं शायद आपको सुनकर हैरानी हो रही होगी ऐसा कैसे हो सकता है ?
हमारा दिमाग प्रतिदिन करोडो सूचना पांच इन्द्र्रियो (आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा ) के माध्यम से लेने और भेजने का काम करती है |
प्रतिदिन आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा(Sense) की सूचना को एकत्रित करके संचय करने का काम दिमाग करता है,यदि आपकी आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा मे से कोई एक सेन्स निष्क्रिय हो जाती है तो दिमाग को उस सेंस की जानकारी नहीं मिल पाती है जिससे उस सेंस जगह खाली रहती है यानि उतनी मेमोरी भरने से बच जाती है और उसकी जगह दूसरी सेंस की जानकारी संचय होती है | इसलिए अन्य से की अपेक्षा अधिक जानकारी प्राप्त हो जाती है |
हमारा दिमाग प्रतिदिन करोडो सूचना पांच इन्द्र्रियो (आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा ) के माध्यम से लेने और भेजने का काम करती है |
प्रतिदिन आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा(Sense) की सूचना को एकत्रित करके संचय करने का काम दिमाग करता है,यदि आपकी आंख, कान,जुबान,नाक, और त्वचा मे से कोई एक सेन्स निष्क्रिय हो जाती है तो दिमाग को उस सेंस की जानकारी नहीं मिल पाती है जिससे उस सेंस जगह खाली रहती है यानि उतनी मेमोरी भरने से बच जाती है और उसकी जगह दूसरी सेंस की जानकारी संचय होती है | इसलिए अन्य से की अपेक्षा अधिक जानकारी प्राप्त हो जाती है |
उदाहरण- यदि किसी व्यक्ति की आंखे का खराब हो जाती है तो आंखे के द्वारा जो सूचना दिमाग संचय करता था अब वो सूचना नही मिल ग्रहण कर पायेगा । उसके बदले दूसरे सेंस की सूचना ज्यादा संचय करेगा
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