विलुप्त प्रजाति के गिद्ध को मिला नया जीवन
विलुप्त प्रजाति के गिद्ध को मिला नया जीवन

मंडला . मंडला जिले के सहायक वन परिक्षेत्र बबलिया के अंतर्गत ग्राम बबलिया माल में एक बीमार गिद्ध पक्षी रहवासी क्षेत्र के मार्ग में आ गया, जो वहां से जाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन गिद्ध उडऩे और चलने-फिरने में असमर्थ था। जैसे ही लोगों को विलुप्त पक्षी गिद्ध की जानकारी लगी, उसे देखने लोगों की भीड़ एकत्र होने लगी। जिसकी जानकारी तत्काल वन विभाग को दी गई। स्थानीय ग्रामीणों की सतर्कता और वन विभाग की तत्परता से विलुप्त पक्षी गिद्ध को बचा लिया गया। अब इसे बेहतर उपचार के लिए जबलपुर के पशु चिकित्सालय भेजा गया है, जहाँ उसका इलाज चिकित्सकों की निगरानी में जारी है।

बताया गया कि पूर्व वन सुरक्षा समिति अध्यक्ष संगतलाल और बाबूलाल यादव ने गांव में एक गिद्ध को बीमार अवस्था में देखा। उन्होंने तत्काल इसकी सूचना वनरक्षक दंडोतिया को दी। वनरक्षक दंडोतिया ने मौके पर पहुँचकर गिद्ध की हालत का जायजा लिया और तत्काल अपने उच्चाधिकारियों को सूचित किया। अधिकारियों के परामर्श के बाद बिना समय गंवाए गिद्ध को वाहन द्वारा जबलपुर पशु चिकित्सालय ले जाया गया। जहां गिद्ध को उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया। गिद्ध का डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा है। वन विभाग के इस त्वरित कार्रवाई से एक विलुप्त प्रजाति के गिद्ध को बचाया जा सका।

बाबूलाल यादव का कहना है कि विलुप्त प्रजाति के पक्षी के संरक्षण के लिए स्थानीय समुदायों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है। ग्रामीणों की सूझबूझ और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से एक दुर्लभ पक्षी का जीवन बचाने का प्रयास किया गया है, जो प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी का प्रतीक है।
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