जरूरतमंद गरीबों को नहीं मिल रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आखिर क्या पिंडरई सरपंच देखे वीडियो
जरूरतमंद गरीबों को नहीं मिल रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आखिर क्या कहा पिंडरई सरपंच देखे वीडियो
- ग्राम पिंडरई में 5 से 7 आवास हो चुके हैं पूरी तरह जर्जर
- कभी भी हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना
नैनपुर - सरकार ने इस उम्मीद के साथ प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरू की थी कि 2022 तक प्रत्येक गरीब पात्र व्यक्ति के रहने के लिए पक्का आशियाना हो वही गरीब भी यही उम्मीद लगाए बैठे हैं कि उन्हें रहने के लिए सर पर पक्की छत मिलेगी लेकिन सच तो यह है कि आज भी गरीब व पात्र व्यक्ति तो योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं वही अमीर प्रभावशाली लोगों की बल्ले बल्ले हो रही है आलीशान व बड़े-बड़े मकान चौपाइयां वहां गाड़ियां सरकारी कर्मचारी है तो कोई बड़े जमींदार है राजनीति में सरपंच से लेकर तहसील क्षेत्र के कई प्रभावशाली लोग एवं जनप्रतिनिधि शामिल है सभी प्रकार की सुविधा इन लोगों के पास होने के बावजूद भी यह विचार है आप प्रधानमंत्री आवास का लाभ लेने के लिए गरीब बन गए हैं मगर गरीब व पात्र व्यक्ति तो अभी भी उक्त योजना में नाम जुड़वाने वाला लाभ पाने के लिए धक्के ही खा रहा है वहीं पंचायत व अधिकारियों की मिलीभगत से पत्र व गरीब आवास से वंचित है तो अमीर धन्ना सेठ व रसूखदार जमकर मजे लूट रहे हैं ग्राम पंचायत में कई प्रभाव शाली लोग जिनके पास 10 बीघा से अधिक जमीन निजी स्कूल चार पहिए वाहन के अलावा नौकरी पैसा वाले कई लोग गरीबों का चोला ओढ़ कर गरीबों के हक में पक्की छत छीन रहे हैं यही नहीं एक ही मकान में रहने के बावजूद पिता सहित सभी बेटों ने अलग-अलग राशन कार्ड बनाकर एक ही परिवार में पिता पुत्र सहित तीन-तीन चार-चार लोगों के सूची में नाम दर्ज है इनकी शिकायत होने के बाद भी किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है*
- वही पिंडरई सरपंच प्रदीप मरकाम ने बताया कि जिनको प्रधानमंत्री आवास की जरूरत है उनका नाम लिस्ट में है अधिकारियों से बात की गई है जल्दी सभी को प्रधानमंत्री आवास का लाभ भी मिलेगा वही 5 से 7 आवास ऐसे हैं जो जर्जर स्थिति में है इन्हें भी प्रधानमंत्री आवास का लाभ लिस्ट मे आने के बाद मिलेगा अभी तक मेरे आने के बाद 300 लोगों के पजियन आये इसके बाद 100 प्रधानमंत्री आवास बन चुके हैं और भी सूचियां में नाम आने के बाद प्रधानमंत्री आवास बनेंगे
आवास जो पूरी तरह जर्जर हो चुका है
वही ग्रामवासियों का कहना है कि ग्राम पंचायत में ऐसे कई मकान है जो लगातार बारिश होने के कारण कमजोर हो चुके हैं और मकान की स्थिति ऐसी ही की कभी भी यह मकान धरसाई हो सकते हैं परंतु पंचायत इस मामले में कोई भी ध्यान नहीं दे रही है ना ही इन गरीबों के लिए कोई भी अन्य व्यवस्था करने पर आतुर है मजबूरी में इन जर्जर मकानों पर लोग रहने पर मजबूर है क्योंकि इनके पास मकान बनाने के लिए यह किराए से लेने के लिए पैसे नहीं है यह लोग मजबूरी में इस जर्जर मकान में अपनी मौत की बाजी लगाते हुए रहने पर मजबूर है अनेक बार पंचायत को चक्कर लगाने के बाद भी इन गरीबों की कोई भी सुनवाई नहीं हो पा रही है आखिर ऐसा क्यों और हमेशा देखा जाता है कि किसी भी विभाग में गरीबों की सुनवाई नहीं होती और और गरीब की ऑफिसों के चक्कर लगाते लगाते चप्पल घिस जाती हे फिर भी अधिकारियों यह जनप्रतिनिधियों के कान में जू तक नहीं रेंगति
अगर पंचायत के द्वारा इन मकानों पर जल्द से जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में कोई बड़ी दुर्घटना घटना के संकेत जो दिख रहे हैं वह मुमकिन भी हो सकते हैं*
बाईट-संदीप मरकाम सरपंच ग्राम पंचायत पिंडरई
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