कुएं में गिरे बाघ का 2 घंटे में सफल रेस्क्यू
कुएं में गिरे बाघ का 2 घंटे में सफल रेस्क्यू
- मालखेड़ी गांव में ग्रामीणों की सूझबूझ और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से बची बाघ की जान
मंडला. मंडला जिले में कान्हा टाइगर रिजर्व के वन परिक्षेत्र आशिकारी खापा को विगत 21 और 22 जुलाई की दरमियानी रात करीब 12.30 बजे सूचना मिली कि ग्राम मालखेड़ी में एक ग्रामीण के घर के पास स्थित कुएं में एक बाघ गिर गया है। इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी गई। सूचने मिलने के बाद तत्काल वन विभाग सक्रिय हो गया और मौका स्थल पर पहुंच गया। बताया गया कि परिक्षेत्र अधिकारी ने बिना समय गंवाए इसकी सूचना अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सहायक संचालक मलाजखंड और सिझोरा का एक संयुक्त दल गठित कर बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने के निर्देश दिए।

बताया गया कि निर्देश मिलते ही दल तुरंत घटना स्थल मालखेड़ी गांव पहुंचा। जहां टीम ने विभागीय संसाधनों के साथ स्थानीय संसाधनों और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। वनकर्मियों की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई के बाद मात्र दो घंटे के भीतर रात्रि 2.45 बजे तक बाघ को कुएं से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। कुएं से निकलते ही बाघ स्वयं ही पास के वन क्षेत्र की ओर चला गया।

इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद कान्हा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्थानीय ग्रामीणों को सुरक्षित और सतर्क रहने के लिए रात में ही घर-घर जाकर जागरूक किया। बताया गया कि इस घटना के बाद कान्हा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों और कर्मचारियों की सक्रियता से एक वन्यजीव को बचाया जा सका। इसके साथ ही जागरूक ग्रामीणों की समय पर सूचना ने भी बाघ की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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