कान्हा के सुलकुम नदी के पास दो पत्थरों में फंसी बाघिन मिली मृत
कान्हा के सुलकुम नदी के पास दो पत्थरों में फंसी बाघिन मिली मृत
- फॉरेंसिक जांच के लिए शव के लिए नमूने, बाघिन की मौत की जांच जारी

मंडला . कान्हा टाइगर रिजर्व में मंगलवार को एक मादा बाघ मृत पाई गई। बाघिन की उम्र लगभग 8 से 10 वर्ष बताई जा रही है और उसका शव सुलकुम नदी, बेलवाले कक्ष क्रमांक 119 बीट मुंडीदादर वन परिक्षेत्र कान्हा के अंतर्गत मिला। प्रारंभिक जांच में मृत बाघिन दो पत्थरों के बीच फंसी हुई मिली। घटना की सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई की गई। घटना स्थल को तत्काल सुरक्षित कर लिया गया। डॉग स्क्वाड की मदद से घटना स्थल और उसके आस-पास गहन छानबीन की गई।

बताया गया कि बाघिन का पोस्टमार्टम वन्यप्राणी चिकित्सक कान्हा डॉ. संदीप अग्रवाल और डॉ. आशीष वैद्य पशु चिकित्सक, पशु चिकित्सालय बैहर द्वारा किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बाघिन के शरीर के सभी अंग सुरक्षित पाए गए। प्रोटोकॉल के अनुसार पोस्टमार्टम के साथ शव के नमूने फॉरेंसिक जांच के लिए भी लिए गए हैं। निर्धारित प्रक्रिया के तहत शवदाह, भस्मीकरण की कार्यवाही उपसंचालक कोर पुनीत गोयल, सहायक संचालक बंजर अजय ठाकुर, वन्यजीव चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल, पशु चिकित्सक डॉ. आशीष वैद्य, तहसीलदार बिछिया शंकर मेरावी, सरपंच खटिया श्रीमती श्यामवती उइके और एनटीसीए के प्रतिनिधि डीकेश चौधरी कॉर्बेट फाउंडेशन की उपस्थिति में किया गया। इस पूरी कार्यवाही की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की गई है। घटना के संबंध में वन अपराध प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।

इस वर्ष बाघ की छटवीं मौत
बताया गया कि इस वर्ष कान्हा नेशनल पार्क और आसपास के क्षेत्र में बाघ की छटवीं मौत है। इससे पहले जनवरी में दो वर्षीय मादा बाघ, फरवरी में 13 वर्षीय बाघिन, मार्च में 5 वर्षीय नर बाघ और अप्रैल में 15 माह की मादा बाघ व 6 माह के बाघ शावक की मौत हो चुकी है। छटवीं मौत मुंडीदादर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत सुलकुम नदी के पास एक बाघिन मृत अवस्था में मिली। इनमें से पांच मौतें पार्क क्षेत्र में और एक पार्क के पास हुई है।
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