नैनपुर की सड़कों पर मौत का तांडव
नैनपुर की सड़कों पर मौत का तांडव

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात्रि 7 बजे से सुबह 7 बजे तक ये ट्रैक्टर बेखौफ होकर ओवरलोड रेत भरकर सड़कों पर फर्राटे भरते हैं। खदानों से मशीनों द्वारा क्षमता से अधिक रेत भरकर बिना किसी वैध रॉयल्टी के चोरी-छिपे लोगों तक पहुंचाई जा रही है। यह गोरखधंधा प्रशासन की नाक के नीचे खुलेआम चल रहा है, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते अधिकारी इन गैरकानूनी ट्रैक्टरों पर कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं।
हाल ही में मिनी ट्रक संघ के मालिकों ने भी इस गंभीर समस्या को लेकर प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें इन अवैध ट्रैक्टरों के संचालन पर रोक लगाने की मांग की गई थी। हालांकि इस ज्ञापन पर भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे आम नागरिकों में प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष व्याप्त है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन ट्रैक्टरों की तेज रफ्तार और अंधेरे में इनकी पहचान न हो पाने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा हमेशा बना रहता है। खासकर दोपहिया वाहन चालकों और पैदल चलने वालों के लिए यह स्थिति अत्यंत भयावह है। लोगों में इस बात को लेकर गहरा आक्रोश है कि प्रशासन जानबूझकर इन ट्रैक्टर मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ रही है।

यह स्थिति न केवल कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रही है, बल्कि प्रशासन की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है। आम जनता अब यह मांग कर रही है कि प्रशासन तत्काल हरकत में आए और इन गैरकानूनी ट्रैक्टरों के संचालन पर प्रभावी रोक लगाए, जिससे और अधिक जानहानि को रोका जा सके और सड़कों पर सुरक्षा का माहौल कायम हो सके। देखना यह होगा कि प्रशासन कब तक इस गंभीर समस्या पर आंखें मूंदे रहता है और कब आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठाता है।
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