A description of my image rashtriya news नव प्रवेशित ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार - Rashtriya News Khabre Desh Prdesh Ki

Header Ads

नव प्रवेशित ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार

 


काशी विश्वनाथ वैदिक गुरुकुल में नव प्रवेशित ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार 

मंडला . काशी विश्वनाथ वैदिक गुरुकुल में उत्तरायण, वैशाख मास, ग्रीष्म ऋतु में अमावस्या पर्व पर गुरुकुल में 2025 सत्र में आए नए बटुक ब्रह्मचारियों का आचार्य भीमदेव जी के ब्रह्मत्व में उपनयन संस्कार किया गया। उपनयन संस्कार में ब्रह्मचारी को यज्ञोपवीत धारण कराया जाता है।

  • बताया गया कि यज्ञोपवीत विद्या का चिन्ह है, जो गुरुकुल में प्रवेश के समय दिया जाता है। इसका उद्देश्य ब्रह्मचारी को हमेशा अपने कंधे पर चढ़े तीन ऋणों (ऋषि ऋण, देव ऋण, पितृ ऋण) का स्मरण कराना है, और उसे एक दिन इन ऋणों से मुक्त होना है। जिन ब्रह्मचारियों का उपनयन संस्कार किया गया है, वे गुरुकुल में रहकर वेदादि शास्त्रों और ऋषि ग्रंथों का अध्ययन करेंगे।

आचार्य भीमदेव आर्य ने बताया कि ब्रह्मचार इसी मार्ग पर आगे चलकर सत्य सनातन वैदिक धर्म, राष्ट्र और गौ माता की रक्षा करेंगे। काशी विश्वनाथ वैदिक गुरुकुल ने नए सत्र में आए सभी बटुक ब्रह्मचारियों का स्वागत किया है। गुरुकुल परिवार उन धार्मिक दानी सज्जनों का धन्यवाद करता है जो इन ब्रह्मचारियों की शिक्षा, आवास और भोजन की व्यवस्था के लिए दान देकर सहयोग कर रहे हैं।



कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.