भगवान परशुराम प्रकटोत्सव पर होंगे दो दिवसीय कार्यक्रम
भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम
भगवान परशुराम प्रकटोत्सव पर होंगे दो दिवसीय कार्यक्रम
- आज निकाली जाएगी भव्य वाहन रैली
- 30 अप्रैल को विप्र बालकों के होंगे उपनयन संस्कार
मंडला . भगवान परशुराम प्रकटोत्सव के अवसर पर इस वर्ष दो दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रमों की शुरूआत आज मंगलवार को भव्य वाहन रैली के साथ होगी। वाहन रैली आज सुबह 9 बजे उपनगर महाराजपुर के बजरंग चौराहा से निकाली जाएगी, जो शहर भ्रमण करते हुए मंडला शहर के सिंहवाहिनी वार्ड के नावघाट स्थित भगवान परशुराम मंदिर में समापन होगी। बुधवार 30 अप्रैल को सिंहवाहिनी वार्ड के नावघाट स्थित भगवान परशुराम मंदिर परिसर में विप्र बच्चों का जनेऊ संस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- माहिष्मती सर्व ब्राह्मण सभा मंडला के अध्यक्ष पं. आकाश दीक्षित, भगवान परशुराम मंदिर के पुजारी पं. संतोष शुक्ला ने बताया कि बुधवार 30 अप्रैल को वैशाख शुक्ल तृतीया यानी अक्षय तृतीया है। यह दिन न केवल शुभ कार्यों के लिए जाना जाता है, बल्कि भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान परशुराम प्रकटोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। दो दिवसीय कार्यक्रम की कड़ी में आज वाहन रैली के साथ शुरूआत होगी। वाहन रैली के बाद भगवान परशुराम मंदिर में भगवान परशुराम का पूजन अभिषेक के बाद हवन किया जाएगा।

विप्र बालकों को होगा उपनयन संस्कार
माहिष्मती सर्व ब्राह्मण सभा मंडला के अध्यक्ष आकाश दीक्षित ने बताया भगवान परशुराम प्रकटोत्सव के उपलक्ष्य में 30 अप्रैल को विप्र बालकों का जनेऊ संस्कार प्रात: 8 बजे से प्रारंभ होगा। इसके बाद भगवान परशुराम की आरती के साथ कार्यक्रम की समाप्ति होगी। माहिष्मती सर्व ब्राह्मण सभा मंडला के अध्यक्ष पं. आकाश दीक्षित, सचिव पं. अशोक दुबे कुररिया उपाध्यक्ष पं. प्रशांत बाजपेयी कोषाध्यक्ष पं. ऋषि तिवारी, भगवान परशुराम मंदिर के पुजारी पं. संतोष शुक्ला ने इस आयोजन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।
परशुराम जयंती आज, 30 को अक्षय तृतीया
मंडला वरदान आश्रम के यज्ञाचार्य नीलू महाराज ने बताया कि इस वर्ष परशुराम जयंती 29 अप्रैल को मनाई जाएगी, जबकि अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को मनाई जाएगी। वैसे तो परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया एक ही दिन मनाई जाती हैं, लेकिन इस वर्ष तिथियों में अंतर है।

परशुराम जयंती 29 तारीख को प्रदोष काल के कारण है, जबकि तृतीया तिथि 29 तारीख को रात 8 बजे शुरू होती है और 30 तारीख को पूरे दिन सूर्योदय से लेकर शाम 5.49 बजे तक रहती है, इस कारण अक्षय तृतीया 30 तारीख बुधवार को मनाई जाएगी। नीलू महाराज ने सभी परशुराम उपासकों से आग्रह किया है कि वे मंगलवार को रात 8 बजे परशुराम जी की अभिषेक, अर्चना, पूजन और हवन करें और अपने ईष्ट देवता का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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