पशु क्रूरता अधिनियम के आरोपी ने किया मुख्यमंत्री का हेलीपेड में स्वागत,,??????
पशु क्रूरता अधिनियम के आरोपी ने किया मुख्यमंत्री का हेलीपेड में स्वागत,,??????
- 10 मामले लगभग दर्ज है भैंसवाही के मुश्ताक खान पर
- मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर उठा बड़ा सवाल
नैनपुर - मुख्य मंत्री कन्या दान योजना में शिरकत करने आए मुख्य मंत्री श्री मोहन यादव का मंडला जिले के ग्वारा हवाई पट्टी पर स्थित हेलीपेड पर एक पशु क्रूरता अधिनियम के आरोपी ने स्वागत कर दिया यह आरोपी भैंसवाही थाना क्षेत्र नैनपुर का मूल निवासी है और लगभग इस पर 10 मामले दर्ज है जिसमें चार मामले तो पशु क्रूरता अधिनियम के नैनपुर में दर्ज है,अन्य 6 मामले भी बालाघाट,मंडला,और बड़ा मलहरा जिला छतरपुर में दर्ज है दो मामले तो मार्च अप्रैल के ही पशु क्रूरता अधिनियम के अभी ही दर्ज हुए है।।।जो थाना से जानकारी मिली है
ये है बड़ा सवाल
- बड़ा सवाल है की जहां गौ माता सरेराह काटी जा रही हैं जिस भैंसवाही में,अभी कुछ साल पहले 2 जनवरी 2016 को पुलिस कांस्टेबिल स्व महेश यादव की ड्यूटी के दौरान फरार आरोपी को पकड़ने की कार्यवाही के दौरान जघन्य हत्या कर दी भैंसवाही में,अभी मंडला पुलिस अधीक्षक श्री रजत सकलेचा जी के निर्देश पर बड़ी कार्य वाही को अंजाम दिया था 15 जून 2024 को भैंसवाही में जब तात्कालीन नैनपुर एसडीओपी सुश्री नेहा पच्चीसिया के नेतृत्व में थाना प्रभारी बलदेव मुजाल्दा नैनपुर की टीम ने जब मौके पर देखा था तो पुलिस की आंखें फटी रह गई थी फ्रिज तक में गौ मांस थे,11 मामले पुलिस ने बनाए थे और 11आरोपी पुलिस ने बनाया था,मुख्य मंत्री तक ने इस कार्य वाही को सराहा था,मंडला पुलिस प्रशासन ने और राजस्व टीम ने कई घर में जेसीबी चलवा दी थी,30 वर्षों से चल रहे अपराध के खिलाफ पुलिस प्रशासन की बड़ी कार्यवाही की थी,और अच्छी सफलता क्या कमर टूट गई थी गौ कशी करने वालों की।।जिस पर पुलिस का विरोध कांग्रेस के एक राज्य सभा सांसद और हैदराबाद के ए आई आई एम सांसद ओवेशी ने किया था वही हिंदू वादी दलों और संगठन ने भैंसवाही में चौकी खोलने और कड़ी कार्य वाही की बात कही थी और पुलिस की कार्य वाही को सराहा था,,फिर भी गौ कशी के मामले नहीं रुके अभी हाल में पुलिस की कार्य वाही में गौ मांस मिला और आरोपी फिर भैंसवाही के?????,,,
मुख्य मंत्री की सुरक्षा पर सवाल
मुख्यमंत्री की सुरक्षा कितने लेयर में होती है ये बताने की जरूरत नहीं है कई मंडल अध्यक्ष बीजेपी तक हेलीपेड पर थे पर उनका नाम लिस्ट पर भी नहीं था तो पुलिस ने नहीं जाने दिया ????फिर ये पशु क्रूरता अधिनियम का आरोपी कैसे घुस गया???? मुख्य मंत्री के आगमन पर मंच की बैठक व्यवस्था पर भी 46 नाम भाजपा अध्यक्ष जिला मंडला जिला कार्यालय की तरफ से मुख्य मंत्री कार्यालय जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन की और से भेजे गए थे जिस पर 18 नाम भर आए जिस के चलते पांच जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक और तो और पूर्व मंत्री विधायक देव सिंह सैयाम को भी मंच में स्थान नहीं मिला था वो संगठन और जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन का मामला है पर यह चूक कहा से हो गई बड़ा सवाल है? लगभग हेलीपेड पर 150 लोग मौजूद थे बीजेपी अनेक वरिष्ठ नेता थे,मंडल के बीजेपी अध्यक्ष थे वो प्रवेश नहीं पा पाए ,फिर यह पशु क्रूरता अधिनियम का आरोपी न सिर्फ मुख्यमंत्री के पास तक पहुंचा अलबत्ता स्वागत भी किया जिस की पिक बता रही है कितना आसान है मुख्यमंत्री तक पहुंचना????
बड़ा सवाल यह है की क्या स्वागत लिस्ट में इसका नाम था????? था तो किसने दिया ???????? नहीं था तो ये कैसे सुरक्षा को धता बताते हुए प्रवेश कर गया??????क्या भाजपा संगठन ने यदि लिस्ट दिया तो उनको भी नहीं पता था की ये पशु क्रूरता अधिनियम का आरोपी है ???? और भैंसवाही का रहने वाला है???? लिस्ट को चेक क्यों नहीं किया गया ???? यदि भाजपा संगठन से चूक हुई तो सुरक्षा व्यवस्था में लगे अधिकारी ने क्या लिस्ट पर नजर दौड़ाई ??? खुफिया तंत्र भी अनापेक्षित व्यक्तियों पर नजर क्यों नहीं रख पाई ????अब ये सवाल के जवाब तो तलाशने होंगे ही खबर के बाद जानकारी है की जिला मुख्यालय से लेकर भोपाल तक खलबली मची हुई है और जानकारी इस नाम की मांगी है की ये मुख्यमंत्री के पास तक पहुंचा कैसे! क्या इसे मुख्य मंत्री की सुरक्षा मे बड़ी चूक नही मानी जाएगी जो सरकार के मुखिया गौ को अपनी माता कहते है उसी पशु क्रूरता अधिनियम के आरोपी ने स्वागत कर डाला ?????अब इस में मुख्य मंत्री जी का क्या दोष ये तो भाजपा दल और सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अमले की बड़ी चूक का नतीजा है जिनका होमवर्क कमजोर था ???? बहरहाल अब इस पर बड़ी चूक पर मंथन जरूर होगा की जिस गौ माता को हम अपनी मां मानते हैं वो हमारी गौ माता पर क्रूरता करें और बाद में मुख्यमंत्री जी का स्वागत करें इस स्वागत के तीखी प्रतिक्रिया हिंदू वादी दलों में जिले से निकल के सामने आ रही है
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