सजदे में झुके हजारों सिर, मांगी देश की तरक्की की दुआ
सजदे में झुके हजारों सिर, मांगी देश की तरक्की की दुआ
- मनाई ईद, मांगी अमन चैन की दुआ
मंडला . जिला मुख्यालय सहित अंचल में ईद-उल-फितर का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय में ईदगाह, महाराजपुर पौड़ी, महाराजपुर रेलवे स्टेशन में ईद की नमाज पढ़ी गई। रमजान के पाक माह में एक माह तक खुदा की इबादत करने के बाद जब गुरुवार को ईद का त्योहार आया तो हर किसी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली। लोगों ने एक साथ खुदा की इबादत की और फिर एक दूसरे के गले लगकर ईद की बधाइयां दी। ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई। खुदा की शान में एक साथ हजारों सिर झुक गए और सभी ने अल्लाह से देश की तरक्की और अमन चैन की दुआ मांगी। जिसके बाद बच्चे, बूढ़े और जवानों ने गले लगकर ईद की बधाइंया दी।

रमजान का महीना इबादत के साथ गुजरा और तीस रोजे पूरे होने पर जश्न के माहौल के साथ सुबह शहर के ईदगाह में ईद की नमाज पढ़ी गई। इमामों ने रोजेदार और तमाम मुस्लिम बंधुओं को ईद की नमाज पढ़ाई। इसके बाद सभी बिंझिया कब्रिस्तान पहुंचे। कब्रिस्तान में जाकर अपने बुजुर्गाने दिन, जो कब्रिस्तान में आराम फरमा रहे हैं, उनके मजार पर फतिया पढ़कर खुदाबन करीम से उन्हें बख्शने के साथ ही जन्नत में जगह तक आता फरमाने की दुआएं की। रमजान के खत्म होने और इस्लामिक माह शव्वाल की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का पर्व मनाया गया। मुस्लिम समाज के लोगों ने जिला प्रशासन को व्यवस्थाओं के लिए आभार व्यक्त किया और सभी जिलेवासियों को ईद की शुभकामनाएं दीं। ईदगाह पर जिला प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे।

मुस्लिम समाज के मस्जिद के इमाम द्वारा फूलों के गुलदस्ता भेंटकर ईद की बधाई दी गई। इसके साथ ही समाज के सभी बंधुओं द्वारा गले मिलकर ईद की बधाई दी। रमजान के महीने में एक महीने तक गर्मी में भूख-प्यास को सहन कर रोजा रखने के बाद मुस्लिम धर्मावलंबियों ने ईद मनाई। इसके लिए सुबह के समय मुस्लिम धर्मावलंबी जुलूस के साथ ईदगाह पहुंचें जहां पर ईद की विशेष नमाज अदा की गई। रमजान में 30 रोजों के बाद रोजेदारों के लिए ईद की खुशी का महत्व ही अलग है। इसके लिए घर के वृद्ध बच्चों सभी में उत्साह का माहौल था इस दौरान समाज के लोगों द्वारा गरीबों को दान किए गए।
ईद उल फित्र में गले मिलकर दी बधाई

मंडला . मुस्लिम समुदाय के द्वारा ईद उल फित्र का त्यौहार धूम धाम से मनाया गया। जिसमे एक दूसरे से गले मिलकर ईद की बधाई दी और अमन चैन की दुआ मांगी। इस्लामिक कलेंडर के मुताबिक 12 माहो में सबसे बरकतों का महीना रमजान को माना जाता है। 30 दिन मुस्लिम समुदाय के लोगो द्वारा रोजा रखा जाता है और घरो मस्जिदों में इबादत की जाती है। रमजान में दीगर दिनों के अलावा विशेष नमाज तरावीह भी पढी जाती है, जिसमें कुरआने हाफिज के द्वारा पूरा कुरआन सुनाया जाता है।

30 रोजे के बाद खुदा की तरफ से रोजदारो को ईद का तोहफा दिया जाता है। जिसे ईद उल फित्र या मीठी ईद भी कहते है। इस दिन सुबह से लोग तैयार होकर ईदगाह की तरफ जाते है जहाँ पर विशेष नमाज पढ़ी जाती है। नमाज में रोजदारो के द्वारा जो मांगा जाता वह दुआ खुदा कुबूल करता है। ईद के अवसर पर रोजदारो द्वारा अपने और अपने देश में अमन, शांति और तरक्की की दुआ की गई। इस दौरान नारायणगंज टिकरिया पुलिस भी मौजूद रही।
अमन चैन की मांगी दुआ, उदयपुर में मनाई ईद

मंडला महावीर न्यूज 29. इस्लाम धर्म के पवित्र माह रमजान के खत्म होने के बाद ईद उल फित्र मीठी ईद मनाई जाती है। इस्लाम के मुताबिक जो भी मुस्लिम पूरे माह रोजे रखता है और इबादत करता है उसे खुदा की तरफ से ईद का तोहफा मिलता है और ईद के नमाज के दौरान जो भी दुआ मांगी जाती है वह क़ुबूल होती है। मुस्लिम धर्मालम्बियो द्वारा पूरे माह रोजा रखकर इबादतें की गई। इस माह में विशेष नमाज भी अदा की जाती है जिसे तराबीह कहाँ जाता है। ईद के दिन बड़े बुजुर्ग बच्चे नए लिबाज पहनकर ईदगाह की तरफ जाते है और विशेष नमाज अदा करते है।

नमाज के बाद सभी लोगो की सलामती और देश में अमन शांति की दुआ की। नमाज उदयपुर आला मस्जिद के इमाम मौलाना आबिद रजा ने अदा कराई। नमाज के बाद सभी लोगो ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। छोटे बच्चों को प्यार और ईदी दी गई। दिन भर दावतों को दौर चलता रहा। जिसमें आला मस्जिद उदयपुर के सदर इकबाल अहमद, अब्दुल गनी, अब्दुल करीम, मो ताहिर, शेख रमजान, सरपंच बलदेव परते, उपसरपंच जगदीश यादव, मो गुलाम, मो सब्बीर, मेहबूब, हैदर अली मो नोसाद, दाऊद, अब्दुल वकील समेत सभी मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित रहे। इसके साथ ही बीजाडांडी पुलिस का भी सहयोग सराहनीय रहा।
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