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सिविल अस्पताल नैनपुर में डायलिसिस मशीन कि सुविधा नहीं होने से किडनी मरीज परेशान।

 



  • सिविल अस्पताल नैनपुर में डायलिसिस मशीन कि सुविधा नहीं होने से किडनी मरीज परेशान
  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जानकारी का अभाव मरीजों की समस्या से अनभिज्ञ

नैनपुर -नगर व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में किडनी से संबंधित बीमारियों के मरीज निरंतर बढ़ते जा रहे हैं ऐसी विषम परिस्थिति में इस बीमारी से बचने के लिए मरीजों को तत्कालीन डायलिसिस की मदद ली जाती है। डायलिसिस  रक्त को साफ करने का एक उपचार है, जब किडनी ऐसा करने में सक्षम नहीं होती है। यह  शरीर को रक्त में मौजूद अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने में मदद करता है। यह कुछ ऐसे काम करता है जो किडनी स्वस्थ होने पर करती थी ऐसी स्थिति में डायलिसिस के लिए मरीजों को भटकना पड़ता है मंडला में डायलिसिस करने के लिए कतार लगी होती है अनेक आसुविधाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में नैनपुर सिविल अस्पताल में डायलिसिस मशीन ना होने के कारण मरीज परेशान होते हैं।मंडला में किडनी के मरीज़ों को इलाज के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता है। मरीज़ों को ओपीडी में इलाज के लिए आसानी से अप्वाइंटमेंट नहीं मिल पाता। डायलिसिस मशीन न मिलने की वजह से मरीज़ों को इलाज में देरी होती है और असुविधा का सामना करना पड़ता है.एक मरीज को सप्ताह दो बार चार-चार घंटे की डायलिसिस की जरूरत होती है, ऐसे में सप्ताहभर में सिर्फ 10 मरीजों की ही डायलिसिस हो पाती है। जबकि पहले मरीजों की संख्या लगभग डेढ़ गुना अधिक थी। जिला अस्पताल में हर माह औसतन 65 मरीज डायलिसिस कराने आते हैं, लेकिन मशीन की कमी के चलते उन्हें वेटिंग का सामना करना पड़ता है। इतनी गंभीर जटिल समस्या को लेकर जब हमारे द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सरोते जी से बात की गई तो उनके द्वारा जानकारी के अभाव में प्रश्नों का सही जवाब नहीं दिया गया। सही मायने में उनके लिए यह जटिल समस्या मरीज को होने वाली तकलीफ का कोई अंदेशा नहीं है।



डायलिसिस मशीन खरीदी जा रही है प्रक्रिया जारी है 17 को टेंडर खुलेगा लगभग मार्च के आखिरी सप्ताह तक यह सुविधा मरीजों को मिल सकेगी।

डॉ राजीव चावला

खंड चिकित्सा अधिकारी

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