पति की लंबी आयु का करवा चौथ पर्व आज, बाजार रहा गुलजार
- पति की लंबी आयु का करवा चौथ पर्व आज, बाजार रहा गुलजार
- तैयारियों में जुटी महिलाएं
- जिला मुख्यालय में होते कई स्थानों पर बड़े आयोजन
नैनपुर. सुहागिन महिलाओं के जीवन में करवा चौथ का खास महत्व होता है। महिलाएं पूरे साल इस विशेष दिन का इंतजार करती हैं। इस दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। रात में चंद्रमा की पूजा के बाद पति का चेहरा देखते हुए अन्न जल ग्रहण करती हैं। करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत आज 20 अक्टूबर रविवार को रखा जाएगा।
- करवा चौथ के लिये महिलाएं घरों में पूजा की तैयारी कर रही है। खासकर पहली बार व्रत रखने वाली नवविवाहिताओं में खासा उत्साह है। हालांकि, हर आयु वर्ग की महिलाएं अपने-अपने अंदाज में त्योहार मनाने में जुटी हुई है। करवा चौथ का इंतजार हर सुहागिनों को ब्रेसबी से होता है। दिन भर अन्न-जल त्याग कर जब रात को पत्नियाँ सज-सँवरकर, हाथों में पूजा की थाली लिए छलनी से चाँद को निहार कर अपने पति के हाथों से पानी पीती हैं तो न केवल पत्नियों को उनके व्रत का प्रतिसाद मिलता है। करवाचौथ को लेकर नगर के बाजारों में रौनक है।बाजारों में पर्व की खरीददारी को उमड़ी महिलाओं की भीड़ देख दुकानदारों के चेहरे खिले रहे। वही सुहागिने अपने को सबारने और सजाने में लग गई है। दीवाली से कुछ दिन पूर्व के प्रमुख त्योहार करवा चौथ की धूम है। बाजार पूजन सामग्री से सज गए है। नवेलियां पहले चौथ को यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारियों में जुटी है। इस त्यौहार के चलते बाजार में एक बार फिर से रौनक बढ़ गई है।
छलनी की ओट से चंद्रदर्शन
करवा चौथ को लेकर मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणें सीधे नहीं देखी जाती हैं, उसके मध्य किसी पात्र या छलनी द्वारा देखने की परंपरा है क्योंकि चंद्रमा की किरणें अपनी कलाओं में विशेष प्रभावी रहती हैं जो लोक परंपरा में चंद्रमा के साथ पति-पत्नी के संबंध को उजास से भर देती हैं। चूंकि चंद्र के तुल्य ही पति को भी माना गया है, इसलिए चंद्रमा को देखने के बाद तुरंत उसी छलनी से पति को देखा जाता है। इसका एक और कारण बताया जाता है कि चंद्रमा को भी नजर न लगे और पति-पत्नी के संबंध में भी मधुरता बनी रहे।
विशेष तैयारियों में जुटी महिलाएं
इस बार करवा चौथ आज 20 अक्टूबर को है। घरों में पूजा की तैयारी चल रही है। खासकर पहली बार व्रत रखने वाली नव विवाहिताओं में खासा उत्साह है। हालांकि हर आयु वर्ग की महिलाएं अपने-अपने अंदाज में त्योहार मनाने में जुटी हुई है। करवा चौथ का इंतजार हर सुहागिनों को ब्रेसबी से होता है। दिन भर अन्न-जल त्याग कर जब रात को पत्नियाँ सज-सँवरकर, हाथों में पूजा की थाली लिए छलनी से चाँद को निहार कर अपने पति के हाथों से पानी पीती हैं तो न केवल पत्नियों को उनके व्रत का प्रतिसाद मिलता है। करवाचौथ को लेकर नगर के बाजारों में रौनक है। बाजारों में पर्व की खरीददारी को उमड़ी महिलाओं की भीड़ देख दुकानदारों के चेहरे खिले रहे। वही सुहागिने अपने को सबारने और सजाने में लग गई है। जिसके चलते ब्यूटी पार्लर में भी भीड़ रही। दीवाली से 10 दिन पूर्व के प्रमुख त्योहार करवा चौथ की धूम है। बाजार पूजन सामग्री से सज गए है। नवेलियां पहले चौथ को यादगार बनाने के लिए विशेष तैयारियों में जुटी है। किसी ने मनपसंद उपहार खरीदने का प्लान बनाया तो कई जोड़े पर्व को यादगार बनाने की तैयारी में है। इस त्यौहार के चलते बाजार में एक बार फिर से रौनक बढ़ गई है। बाजार में पांच दिन पहले ही जगह-जगह करवा की दुकानों सज गईं थी।
करवा चौथ से बाजार को भी उम्मीद
करवा चौथे से बाजार को भी बड़ी उम्मीद है। जानकारों का मानना है कि दीवाली से पहले पडऩे वाले करवा चौथ से ही बाजार की रौनक लौट आती है। इस दिन महिलाओं के लिए शॉपिंग की जाती है। उन्हें सोने के आभूषण भेंट किए जाते हैं। त्यौहार, पर्व शुरू होने के बाद बाजार में रौनक बढऩे लगी है। दीपावली भी नजदीक है, बाजार अब गुलजार होने की तैयारी में है।
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