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भईयों की कलाई पर सजी बहनो की राँखी परम्परागत तरीके से मनाया रक्षाबंधन,

नैनपुर - भाई-बहन के प्यार का प्रतीक एवं दायित्व का बोध कराता पावन पर्व रक्षाबंधन मंडला जिले में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र के रूप में राखी बांधी और भाइयों ने बहनों को समर्थ अनुसार उपहार भेंट किए एवं उनकी रक्षा का संकल्प लिया। बहनें सुंदर डिजाइनर परिधानों में सज-धजकर भाइयों के घर पहुंची और उन्हें राखी बांध कर लंबी आयु की कामना की। वैसे तो इस वर्ष रक्षाबंधन पर दोपहर 1.30 बजे तक भद्रा का साया रहा। इसके बाद बहनों ने अपने भाईयों को राखी बांधी। दोपहर के बाद राखी बांधने का सिलसिला शुरू हुआ जो रात्रि 9 बजे तक चला।

जानकारी अनुसार भद्रा के कारण इस बार मुहूर्त 2 बजे से रात्रि 9 बजे तक था। वहीं इस वर्ष रक्षाबंधन पर 3 शुभ योग भी बने। रक्षाबंधन के दिन शोभन योग पूरे दिन रहा। सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात 05.53 से सुबह 08.10 तक था और रवि योग प्रात: 05.53 से 08.10 तक रहा। रक्षाबंधन पर्व मिठाइयाँ, ठिठोलियाँ, नोक-झोंक और असीम प्यार से भरा राखी का त्योहार है, जो सदियों से हम मनाते आ रहे है। सावन के अंतिम दिन भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन जिले भर में धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाईयों पर राखी बांधकर मुंह मीठा कराया और तिलक लगाकर उनकी दीर्घायु की कामना की। भाईयों ने बहनों को रक्षा का वचन दिया। दिन भर बाजारों में खूब रौनक रही। मिठाई और राखियों की जमकर बिक्री हुई।

दिया रक्षा का वचन

भाई-बहन के पवित्र प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन नगर सहित समूचे जिले में पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। रक्षाबंधन पर्व को लेकर नन्हें भाई बहनों में खासा उत्साह नजर आया। बच्चे नए कपड़े पहनकर अपनी बहनों से राखी बंधवाने का इंतजार करते रहे। बहनों ने परम्परागत तरीके से अपने भाईयों को बड़े ही स्नेह से चौका सजाया उस पर पीढ़ा रखा, जिस पर भाई को बिठाया गया। स्नेह और प्रेम के साथ पहले बहिनों ने भाई के सिर पर रूमाल रखा, तिलक लगाकर राखी बांधी और फिर आरती उतारी। भाईयों ने भी उम्र भर उनकी रक्षा करने का वचन दिया। ऐसे भाई बहन जो काफी छोटे थे, उनकी माताओं ने राखी बांधने और तिलक लगाने में अपनी बेटियों की मदद की।



घर में बनी राखियां बांधी

कुछ लोगों ने अपने घर में ही अपने हाथों से राखियां बनाई। चीनी राखियों का बहिष्कार किया गया। जिसके चलते नगर के बच्चों ने अपने घरों में राखियां तैयार की। नगर के बहुत से बच्चों ने अपने घर पर राखी तैयार की और रक्षाबंधन के दिन अपने भाईयों को यहीं राखी बांधी। बच्चों ने आमजन से अपील की है कि चीनी सामग्री ना खरीद कर चीनी सामग्री का बहिष्कार कर भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत करने में सहयोग करें।

बच्चों ने की जमकर मस्ती 

राखी बंधवाने के बाद शुरू हुआ बच्चों की शरारतों का सिलसिला। बच्चे जानते थे कि आज उनका दिन है और इस दिन उन्हें अपने माता पिता की डांड नही खानी पड़ेगी, इसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया और दिन भर मौज मस्ती कर व्यतीत किया। उसके बाद भाईयों ने अपने स्वेच्छानुसार उन्हें भी उपहार स्वरूप कुछ न कुछ दिया। बहनों ने खुश होकर भाईयों की मनपसंद चीजें घर में बनाई। भाई बहन का पर्व होने के चलते बहनों ने खाने में अपने भाईयों की पसंद और न पसंद का पूरा ख्याल रखा। उन्होंने पूरी रसोई ही अपनी भाईयों के रूचि अनुसार ही तैयार की।



मेहंदी से सजाए अपने हाथ 
बहनों ने इस पर्व के लिए खास तैयारी कर रखी थी। भारतीय परम्परानुसार परिधान तो उन्होंने धारण किए ही। मेहंदी से भी अपने हाथों को सजाने में उन्होंने कोई कोर कसर नही छोडी। रात्रि से ही बहनों ने अपने हाथों में आकर्षक मेहंदी रचाना शुरू दी थीं। बच्चों के साथ-साथ बड़े भी अपनी बहनों से राखी बंधवाने के लिए उत्साहित नजर आए। ऐसे भाई जिनकी बहनें अपने ससुरालों से भाई को राखी बांधने मायके नही आ सकी, वे देर शाम अपनी बहनों से राखी बंधवाने रवाना हो गए। रक्षाबंधन को लेकर बाजार में भी रौनक थी। त्यौहार के दिन केवल दोपहर तक बाजार में चहल पहल नजर आई। उसके बाद धीरे-धीरे शहर की सड़कें सूनी होती चली गई। लोग अपने घरों में ही अपने परिजनों के साथ त्यौहार का आनंद ले रहे थे।

भाईयों को राखी बांधने पहुंची बहने 

जिला मुख्यालय स्थित मंडला जेल में भी बहने अपने भाईयों को राखी बांधने पहुंची। जहां बहने अपने भाईयों को देख बहुत खुश हुई और उनके हाथों में राखी बांध अपने भाईयों को आर्शीवाद दिए।

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