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नैनपुर को जिला बनाया जाये : जनता की मांग*

*नैनपुर को जिला बनाया जाये : जनता की मांग* 


 *तीन जिलों को जोड़ने वाला एकमात्र नैनपुर* 

 *नेरोगेज का सबसे बड़ा जंक्शन था नैनपुर* 

नैनपुर - नैनपुर नगर मण्डला जिले का प्रमुख नगर व तहसील है एवं सिवनी तथा बालाघाट सीमा से लगा हुआ है. नगर से एक किलोमीटर दूर सिवनी जिले का केवलारी विधानसभा क्षेत्र तथा 7-8 किलोमीटर दूर बालाघाट जिले का लामटा-परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र लगा हुआ है.

नैनपुर द.पू. रेलवे की छोटी लाइन का एशिया का सबसे बड़ा एवं महत्वपूर्ण जंक्शन था . जहां से घंसौर होते हुये जबलपुर के लिये बालाघाट होते हुये गोंदिया के लिये, सिवनी छिन्दवाड़ा होते हुये नागपुर के लिये एवं मण्डला के लिये सीधी रेल सेवायें थी ओर अभी भी हे . उपर्युक्त सुविधाओं के कारण नगर का महत्वपूर्ण स्थान रहा हे है और इसलिये द.पू. रेलवे की शुरुआत से ही नगर में छोटी लाइन का जिला मुख्यालय रखा गया था जिसे दुर्भाग्यवश डिवीजन बनाते समय नागपुर हटा लिया गया,

 *नैनपुर को जिला बनाने हेतु विधानसभा का क्षेत्रवार स्थिति इस प्रकार है-* 

 घंसौर (सिवनी) विधानसभा क्षेत्र नैनपुर तहसील की सीमा में लगा हुआ है एवं इस क्षेत्र की जनता को सिवनी मुख्यालय आना जाना दूरी के कारण कष्टदायक है. इस क्षेत्र का मुख्यालय से दूरी कम से कम यह 100 कि.मी. एवं अधिकतम दूरी 200 कि.मी. हैं एवं आवागमन के सीधे कोई साधन नहीं है. केवलारी (सिवनी) विधानसभा क्षेत्र भी है. इसी भांति मुख्यालय से काफी दूर पड़ जाता
है तथा नैनपुर तहसील के पिण्डरई क्षेत्र से लगा हुआ भाग, छोड़ा पुकार, सर्री, गुबरिया- केवलारी, भाटा आदि पहुंच के बाहर है एवं जनता को कष्टदायक है. जबकि इस क्षेत्र के लोग बाजार भी नैनपुर का ही. करते हैं.

लामटा-परसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र (बालाघाट) नैनपुर की सीमा से लगा हुआ है. रेल एवं बस दोनों साधन होने से क्षेत्र का सीधा संबंध जुड़ा हुआ है. जबकि बालाघाट मुख्यालय इनके लिये असुविधाजनक है. बैहर (बालाघाट) विधानसभा क्षेत्र नैनपुर तहसील की सीमा से मात्रा। 6 कि.मी. दूर टाटरी क्षेत्र से लगा हुआ एवं बस मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है, जबकि यह भाग बालाघाट से 100 कि.मी. दूर पड़ जाता है और बालाघाट जिले के अन्य क्षेत्रों की तुलना में काफी पिछड़ा हुआ है. किसी भी स्थान को जिला मुख्यालय से अधिक दूरी भी पिछड़ने का एक कारण है. इस क्षेत्र के लोगों आवागमन एवं लेनदेन व्यवहार व्यापार इसी क्षेत्र से है. 

 मंडला एक बहुत बड़ा जिला है
नैनपुर (मण्डला) विधानसभा क्षेत्र इसी तहसील के अन्तर्गत है. इसी प्रकार बिछिया निवास विधानसभा (मण्डला) क्षेत्र इससे लगा हुआ है एवं बस मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है तथा क्षेत्र पिछड़ा हुआ है. इस विधानसभा का क्षेत्र राता-किसली (ग्राम डुगरिया) आदि ब्लाक मुख्यालय से अधिक दूर हैं एवं मार्ग नहीं सीमा एक छोर से दूसरे छोर तक 25 कि.मी. होती है और आवागमन के समुचि साधन न होने से चाहकर भी विकास नहीं हो पाता है.

यदि इस सीमा में से 2 या 3 विधानसभा क्षेत्र अथवा उनके ऐसे भाग ज पूरी तरह इस क्षेत्र से लगे हैं निकाल दिये जाये तो निश्चिंत ही पूर्ण विकास किया जा सकता है इस दृष्टि से मण्डला विधानसभा क्षेत्र का घंसौर एवं नैनपुर क्षेत्र के झिरपा, सुबरिया, मल पठार आदि हो सकते हैं.

इस क्षेत्र में नये उद्योग लगाने के लिये पर्याप्त सुविधायें एवं साधन होते हुये भी कोई उद्योग नहीं हैं. अतएव औद्योगिक विकास की दृष्टि से भी जिला बनाया जाना बहुत उपयोगी होगा. उपरोक्त कारणों पर गंभीरतापूर्वक विचार
करने नैनपुर को जिला बनाये जाने की मांग न केवल न्यायप्रद लगती है वरन् विकास एवं जनसुविधाओं की दृष्टि से आवश्यक है. जिन क्षेत्रों का समावेश इसमें प्रस्तावित है तथा इस क्षेत्र की जनता को नित्यप्रति होने वाली जिला मुख्यालय से दूरी का समस्या से मुक्ति मिल जावेगी और छोटा जिला होने से विकास के अधिकतम अवसर उपलब्ध होंगे. शासन सरकार जिला पुनर्गठन आयोग से क्षेत्र की जनता ने मांग की है कि जनसुविधाओं एवं विकास के लिये नैनपुर को जिला बनाया जाये.

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