कब मिलेगी लोको रिवर्सल से मुक्ति
कब मिलेगी लोको रिवर्सल से मुक्ति
नैनपुर - दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन का नागपुर डिवीजन में लाल फीताशाही इस कदर हावी है कि उन्हें गरीब आदिवासी क्षेत्र की जनता से कोई लेना-देना नहीं है। महाप्रबंधक और डीआरएम के दौरे पर अनेकों बार जनप्रतिनिधियों, नगर के जागरूक नागरिकों व पत्रकारों ने अधिकारियों को लिखित में आवेदन दिए हैं कि लोको रिवर्सल पॉइंट बदला जाए, लेकिन नेरोगेज की तर्ज पर शंटिग पाइंट बनाया गया है।
आज भी एक ट्रेन गाड़ी संख्या 11201 व 11202 शहडोल नागपुर नागपुर शहडोल के लिए चार बार गेट खुलता और बंद किया जाता है। जिससे आवागमन में जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार एंबुलेंस स्कूली बच्चे इस जाम में घंटे फंसे रहते हैं। सिवनी व बालाघाट जिले को जोडऩे का रास्ता इसी रेलवे फाटक से होकर गुजरता है, जिसके कारण भारी और हल्के वाहनों की कतार दोनों ओर प्रतिदिन लगती है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश का सीजन चल रहा है, ऐसे में स्कूली बच्चे रेलवे फाटक में खड़े होने पर मजबूर हैं, लेकिन नागपुर डिवीजन के अधिकारियों को इनसे कोई लेना देना नहीं है वे तो आम जनता की नित नई मुसीबत खड़ी करने में मशहूल है, जबकि रेलवे के पास शटिंग पाइंट लोको रिवर्सल के लिए पर्याप्त जगह मौजूद हैं, बावजूद इसके एसी वाले कमरों में बैठे आला अधिकारियों को क्षेत्र की जनता को हो रही परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है। जनमांग है कि लोको रिवर्सल पॉइंट को बदला जाए। जिससे हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
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