मध्य प्रदेश सरकार सरकारी कर्मचारियों का कर रही है तिरस्कार,
बुरहानपुर//मध्य प्रदेश सरकार पर प्रदेश के 20 लाख अधिकारी कर्मचारी यो के अधिकारों का हनन हो रहा है सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर संतोष सिंह दीक्षित ने बताया कि सरकारी सेवा के सत्ता के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं इसके बाद भी उनकी उपेक्षा की जा रही है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा प्रदेश के 20 लाख कर्मचारी अधिकारी जिसमें सेवानिवृत कर्मचारी भी है अपनी लंबित मांगों के लिए सरकार से बार-बार आवेदन निवेदन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही केंद्र सरकार से प्रदेश सरकार के कर्मचारी महंगाई भत्ते में 4% कम वेतन पा रहे हैं, आवास भत्ता केंद्र से कम पा रहे हैं विधानसभा के समय कहा गया था कि आचार संहिता लगी है विधानसभा चुनाव भी संपन्न हो गया उसके बाद लोकसभा चुनाव आ गया फिर आचार संहिता के बहाने चार प्रतिशत महंगाई की भत्ते की किस्त नहीं दी गई आचार संहिता खत्म हो गई उसके बावजूद भी सरकार कर्मचारियों अधिकारियों की सुध नहीं ले रही है संयुक्त मोर्चा के डॉक्टर अशफाक खान राजेश साल्वे धर्मेंद्र चौक से अनिल बाविस्कर विजय राठौड़ सभी का कहना है कि सभी का कहना है कि सरकार अपने संकल्प पत्र का अवलोकन करें जिसमें कर्मचारियों के हैं हित की बात कही गई थी संकल्प पत्र में देश के प्रधानमंत्री जी संकल्प पत्र जिनकी गारंटी है उसे गारंटी को पूरा करना चाहिए कर्मचारी जगत को लेकर संकल्प पत्र को अनदेखा नहीं करना चाहिए ब्यूरोक्रेट शायद उसे संकल्प पत्र को मुख्यमंत्री जी को याद नहीं दिला पा रहे हैं कि उसमें किस बात की गारंटी दी गई है और कर्मचारी संबंधित क्या बिंदु है उसको कब पूरा करना है संयुक्त मोर्चा के ठाकुर अरविंद सिंह ठाकुर हेमंत सिंह योगेश सहकारी राजेश पाटील सभी का कहना है जो कर्मचारी अधिकारी सरकार बनाने में आम भूमिका निभाता है वही उपेक्षा का शिकार है प्रदेश में वर्तमान एवं सेवानिवृत्ति शासकीय सेवकों की संख्या लगभग 20 लाख है एक परिवार में पांच सदस्य है तो यह संख्या एक करोड़ हो जाती है एक कि अगर कर मिलने वाले हैं तो प्रदेश के शासकीय सेवा को एवं उनके मिलने वालों की संख्या 4 करोड़ है फिर 4 करोड़ लोगों को अनदेखा नहीं किया जा सकता प्रदेश के शासकीय सेवकों की सभी लंबी समस्याएं शीघ्र निराकृत की जाए विभिन्न संगठन बार-बार अपनी समस्या को लेकर मांग पत्र देते आ रहे हैं उसे पूरा किया जाए*
कोई टिप्पणी नहीं