आज के इस दौर में हमें कई तरह की बीमारियों के बारे में सुनने को मिल रहा है। उन्हीं में से एक है माइग्रेन या अधकपारी। आपने सिरदर्द के बारे में तो सुना ही होगा। मुमकिन है कि आपने अनुभव भी किया होगा।
माइग्रेन MIGRAINE
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आज के इस दौर में हमें कई तरह की बीमारियों के बारे में सुनने को मिल रहा है। उन्हीं में से एक है माइग्रेन या अधकपारी। आपने सिरदर्द के बारे में तो सुना ही होगा। मुमकिन है कि आपने अनुभव भी किया होगा। माइग्रेन एक ऐसी अवस्था है जिसमें इंसान को बार-बार गंभीर सिरदर्द का अहसास होता है। आमतौर पर इसका प्रभाव आधे सिर में देखने को मिलता है और दर्द आता-जाता रहता है। हांलाकि कई लोगों में यह दर्द पूरे सिर में भी होता है। माइग्रेन साधारण सिरदर्द से हटकर एक विशेष तरह का सिरदर्द है और इससे पूरी दुनिया में कई लोग पीड़ित हैं। ऐसा हो सकता है कि लोग इसे आम सिरदर्द समझकर नज़रअंदाज कर दें। लेकिन ध्यान रहे, अगर आपको बार-बार इस तरह का दर्द होता है तो आप ज़रूर किसी अच्छे डाॅक्टर से सलाह लें।
माइग्रेन???
माइग्रेन से जुड़े कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदु...
1. इस तरह की परेशानी पुरूषों के मुकाबले महिलाओं में ज़्यादा देखने को मिलती है। इसके अलावा यह बीमारी बच्चों में भी पाई जाती है।
2. आमतौर पर इसका असर कुछ घंटों तक होता है लेकिन यह कुछ दिन तक भी रह सकता है।
3. काफी लोगों में उम्र बढ़ने के साथ ही इसका प्रभाव कम होने लग जाता है।.....
माइग्रेन के प्रकार
माइग्रेन भी विभिन्न प्रकार का होता है।
1. दृष्टि संबंधी माइग्रेन
इसे आप क्लासिकल माइग्रेन के नाम से भी समझ सकते हैं। ऐसी अवस्था में आंखों से संबंधित परेशानियां, जैसे रोशनी में चकाचैंध या रोशनी में काले धब्बे की दिक्कतें आ सकती हैं।
2. दृष्टि रहित माइग्रेन- इस तरह के माइग्रेन को काॅमन माइग्रेन भी कहा जाता है। तेज़ सिरदर्द के साथ ही लोगों को कुछ परेशानियां होती हैं, जैसे कि उल्टी आना, मूड स्विंग, आदि।
3. क्राॅनिक माइग्रेन
इस तरह के माइग्रेन की शिकायत उन लोगों में ज़्यादा पाई जाती है जो दवाईयों का अधिक सेवन करते हैं। क्राॅनिक माइग्रेन को मिश्रित सिरदर्द भी कहा जाता है क्योंकि इसमें माइग्रेन और तनावपूर्ण सिरदर्द के टिशू की उपस्थिति होती है
4. ऑप्टिकल माइग्रेन- इसे आई माइग्रेन के नाम से भी जाना जाता है जिसका किसी एक आंख पर असर दिखाई देता है। इस तरह के माइग्रेन में आंख खराब होने की आशंका रहती है। इसलिए ज़रूरी है कि जल्द से जल्द मेडिकल सहायता ली जाए।
सिरदर्द और माइग्रेन में अंतर
कई बार हमें हल्के से मध्यम रूपी सिरदर्द होता है। इसकी वजह है सिर और गर्दन के बीच की मांसपेशियों का संकुचन। सामान्य तौर पर सिरदर्द कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है। कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जहां इंसान को कई दिनों तक भी सिरदर्द की परेशानी रहती है।
लेकिन अगर बात की जाए माइग्रेन की, इसका असर मध्यम से लेकर गंभीर होता है। कभी-कभी तो इसका असर इतना बढ़ जाता है कि इंसान कुछ समय के लिए अपना दैनिक कार्य भी ढंग से नहीं कर पाता। जब किसी को सिरदर्द की समस्या होती है, तो उसके साथ कोई चेतावनी के संकेत नहीं होते हैं। वहीं दूसरी ओर, माइग्रेन में औरा जैसे कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं। ऐसा कम ही होता है कि नींद के दौरान आपको साधारण सिरदर्द हो, लेकिन अगर बात की जाए माइग्रेन की, तो यह आमतौर पर नींद के दौरान ही शुरू होता है।
माइग्रेन के लक्षण...
1. दृष्टि संबंधी परेशानियां होना (विजुअल डिस्टरबेंस)
2. बोलने में परेशानी होना
3. चक्कर आना या असंतुलित महसूस करना
4. जी मचलाना
5. उल्टी होना
6. चिड़चिड़ापन, गुस्सा होना
7. लो ब्लड प्रेशर
8. आवाज़ से परेशान होना
9. गर्दन में अकड़न होना
10. ज़्यादा प्यास लगना
11. बार-बार पेशाब आना
12. भूख लगना
13. कब्ज़ का होना
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माइग्रेन के कारण
माइग्रेन के दौरान इंसान के खून की नलियां (ब्लड वैसल्स) फैल जाती हैं और उसके पश्चात् उनमें कुछ खास तरह के केमिकल्स का स्त्राव होता है। इस तरह के केमिकल्स तांत्रिका रेशों (नर्व फाइबर्स) की वजह से होने वाले दबाव के कारण उत्पन्न होते हैं। जब सिरदर्द की अनुभूति होती है और उस दौरान कोई आर्टरी या खून की नली फैल जाती है तो इससे तांत्रिका रेशों पर दबाव पड़ता है। इस दबाव के कारण केमिकल निकलते हैं जिस वजह से खून की नलियों में दर्द, सूजन और फैलाव होने लगता है। इन कारणों से इंसान को बहुत तेज़ सिर में दर्द होने लगता है।
याद रहें, इन कारणों से आपको माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
1. टेंशन
2. तेज़ आवाज़
3. तेज़ रोशनी
4. तेज सुगंध
5. एलर्जी
6. धुआं
7. सोने में अनियमितता
8. एल्कोहोल का सेवन
9. हाॅर्मोनल चेंज
10. बर्थ कंट्रोल पिल्स
11. अनियमित पीरियड्स
12. थकावट
13. दवाईयों का अत्यधिक सेवन
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हमारि दवाई मे सिर्फ एक सुघने की जड़ी और एक खाने की मेडिसिन होती है और यक़ीन मानये अगर आप इस बीमारी के पेशेंट हो सालो से तब आप हमारा एक कोर्स भी पूरा नहीं कर पाओगे और 80 परसेंट ठीक हो जाओगे चेलेंज के साथ...
मेडिसिन मगवाने के लिए अपनी प्रॉब्लम लिख कर व्हाट्सप्प कर दीजिये नाम एड्रेस के साथ और कब से और किस तरिके की आपको प्रॉब्लम है...
15 दिन के बाद ट्रीटमेंट लेने के आप जरूर बताये की कितने परसेंट ठीक हुए हो और अपना रिजल्ट जरूर शेयर कीजिये..
आप सुखी और निरोगी रहो और दवाओं से मुक्त हो जाये यही ईश्वर से हमारी प्रार्थना है.....
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