राज राजेश्वर सहस्त्रबाहु अर्जुन की जयंती मनाई गई
मरी माता मंदिर मे सहस्त्रबाहु प्रतिमा पर पुजा अर्चना आरती प्रसादी के बाद सहस्त्रबाहु जयंती मनाई गई। भगवान सहस्त्रबाहु महाराज हैहय की 10 वी पीढ़ी मे माता पद्मिनी के गर्भ से जन्म हुआ था। इनका नाम एकवीर तथा सहस्त्रबाहु भी है। वाल्मिकी रामायण मे वर्णन मिलता है प्राचीन काल मे महिष्मति (आज का महेश्वर) नगर के राजा कार्तविर्य अर्जुन थे। इन्होने भगवान विष्णु के अवतार दत्तात्रेय को प्रसन्न कर वरदान मे एक हजार भुजाए मांग ली थीं। इस कारण इनका नाम सहस्रबाहु अर्जुन हो गया था। जन्मजयंती कार्यकर्म मे राजेश चौकसे, राकेश चौकसे, अमर चौकसे, विरेंद्र चौकसे, करण चौकसे, जेपी चौकसे, महेन्द्र चौकसे,राजेंद्र चौकसे, शैलेंद्र शिवहरे,तरुण चौकसे, विनोद शिवहरे, आरती चौकसे, किरण पसीने, उर्मिला चौकसे, अलका चौकसे, रीता चौकसे,सुधा चौकसे, संगीता चौकसे, सविता चौकसे, अभिलाषा चौकसे, सुनीता भमोरे, कामिनी चौकसे, कल्पना चौकसे, मंजुला चौकसे, रचना चौकसे, साधना चौकसे, उपस्थित रहे।
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