वार्षिक उत्सव,पुरुस्कार वितरण एवं अलविदाई तकरीब का आयोजन किया ,
बुरहानपुर//वार्षिक उत्सव,पुरुस्कार वितरण एवं अलविदाई तकरीब का आयोजन किया शास. उर्दू हायर सेकेंडरी स्कूल लालबाग़ बुरहानपुर में तीन विधाओं पर आधारित वार्षिक उत्सव का कार्यक्रम अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अशफ़ाक़ अहमद खान ने आयोजित किया जिसके अध्यक्षता मोहम्मद ताहिर अंसारी ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष माननीय संतोष सिंह दीक्षित एवं श्रीमती सलमा खान मौजूद थीं वहीं विशेष अतिथि के रूप में कु. रुखमा चौहान, हनीफउद्दीन क़ादरी,जुबेर सिद्दीक़ी, शहज़ाद अंसारी, नूरजहाँ बानो, ज़की अनवर, बुशरा अंसारी उपस्थित थीं।प्रोग्राम की शुरुआत तिलावते कलाम पाक से मोहम्मद असद ने की तदपश्चात मोहम्मद कासिम ने हम्द और मोहम्मद असरार ने नाते पाक का नज़राना पेश किया। इसके बाद मेहमानों का स्वागत भाषण हुआ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री संतोष दीक्षित ने बालक बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की खूब तारीफ की तथा लालबाग़ में मुस्लिम समुदाय के होनहार बालक बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। आने वाली दसवीं बारहवीं की परीक्षाओं में अव्वल दरजे में कामयाबी कैसे हासिल की जाती है के संबंध में चर्चा की। श्रीमती सलमा खान ने समस्त विधार्थियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मुबारकबाद दी तथा प्रदेश में परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए बालकों के साथ विशेषकर बालिकाओं को शिक्षा संबंधी टिप्स दिए।विशेष अतिथियों ने भी अपने अपने ढंग से अपनी अपनी राय रखी और आगे बढ़ने हेतु सुझाव दिए। श्री मोहम्मद ताहिर अंसारी ने भी विभिन्न उदाहरण देकर अपनी दुआओं ने नवाज़ा।प्रोग्राम में मिस्बाह फातेमा ने *अगर मैं प्रिंसिपल होता* इस उन्वान पर उमदा विचार पेश किये। *हमारा प्यारा वतन हिंदुस्तान* को लेकर संजीदा बानो ने देश की तरक़्क़ी और विश्व गुरु बनने तक पर अपने उमदा ख़यालात का मजाहेरा किया. माहेनूर ने *पर्यावरण प्रदूषण अर्थात *फ़िज़ायी आलूदगी* के बढ़ने के कारण बचाओ के आसान से तरीके पर रौशनी डाली। *अमल से ज़िन्दगी बनती है* आलिया रज़वी ने इस बात से साबित किया के अमल अच्छे होंगे तो जन्नत ज़रूर मिलेगी वरना दुनिया और आखेरात दोनों बिगड जाएगी। कनीज़ फातेमा ने *हुब्बुल वतनी अर्थात देश प्रेम* पर अपने सुन्दर सुन्दर विचार रखे तथा देश पर मर मिटने की शपथ भी ली।शेख रेहान ने *कौमी यक्जेहती अर्थात एकता एवं अखंडता* पर देश के सभी धर्मों के मानने वालों को नसीहत दी के जबतक हम एक हैं दुनिया हमारी तरफ नज़र भी नहीं उठा सकती मगर ज़ब हम आपस में लड़ेंगे तो छोटे छोटे देश भी हमें घूरने लगेंगे। *बेरोज़गारी एक समस्या* यह विषय पर मोहम्मद उवेश क़ादरी ने बड़े नपे तुले ढंग दे अपनी बात बताई तथा इसका आसान हल बताया। शेख अफफ़ान ने *मेरा पसंद दीदा नसर निगार अर्थात लेखक* मुंशी प्रेम चंद्र का जीवन परिचय, उनके द्वारा रचित पुस्तकें, उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। *फ़ोर्ट विलियम कॉलेज* की अदबी खिदमात, वहाँ होने वाले साहित्यिक कार्यों को विस्तृत रूप से आईशा सिद्दीक़ा ने पेश किया। *इल्म की अहमियत* इक़रा बानो ने ज्ञान क्या है?ये क्यूँ ज़रूरी है? इसे जिस जिस ने पाया उसकी जीवन शैली बदली जो इससे दूर हुआ उसका जीवन नर्क हुआ ऐसी बेहतरीन बातों से नाज़रिन को समझाने को कोशिश करते रही। *प्रोढ़ शिक्षा अर्थात तालीमे बालेगाँ* उन्वान पर सानिया बी ने अपनी बात रखी इसका कहना था इल्म हासिल करने की कोई उम्र नहीं होती इसे पैदा होने से लेकर मरते दम तक हासिल किया जा सकता है। सानिया बी शेख रशीद ने *दबिस्ताने लखनऊ* तथा शिफा अंजुम ने *दबिस्ताने देहली* पर बहुत ही खुले दिल से इनकी विशेषताओं, यहां के अदब, साहित्य, लेखकों और शायरों के ज्ञान से अवगत कराया। *तालीमे निस्वाँ अर्थात बालिका शिक्षा* की अहमियत,अफादीयत, ये आवश्यक क्यूँ? क्यूंकि ये दो खानदानों के जीवन जो संवारती है। दो परिवार को एक सूत्र में बाँधने का काम करती है। *कमर तोड़ मेंहगाई* इस शीर्षक पर समीना बी ने काला बाज़ारी करने वालों के *वा* खोल दिए हैं और बताया के मेंहगाई कुछ नहीं होती अगर ये काला बाज़ारी करने वाले भँडारान करना बंद करदे तथा सरकार अगर कड़ी नज़र रखे तो मेंहगाई खत्म हो सकती है।अन्त में अलशीफा बानो ने *उस्ताद का अदब और एहतेराम* पर अपने विचार में बताया के मां बाप हमें असमान से ज़मीन पर लाते हैं मगर हमारे उस्ताद हमें बेहतरीन शिक्षा देकर ज़मीन से आसमान पर पहुंचाते हैं हमें हर हाल इनकी कद्र करना चाहिए। वहीं नवीँ एवं बारहवीं के विद्यार्थियों ने बेहतरीन एक्शन सोंग के ज़रये अपनी बात, पैगाम सभी तक पहुँचाया। कार्यक्रम का सफल संचालन नूर बानो ने किया तथा आभार प्रदर्शन उमेर ने माना। *पुरुस्कार वितरण समारोह* मुख्य अतिथियों के हाथों शाला के लगभग 50 बालक बालिकाओं को पुरुस्कार से सम्मानित किया गया ये सम्मान पाकर बालक बालिकाओं के साथ उनके पालकों में भी ख़ुशी का माहौल देखने को मिला। *अलविदाई पार्टी* इस पार्टी में 11वीं के विद्यार्थियों ने 12 वीं के विधार्थियों की शान में बेहतरीन नज़में, गीत, ग़ज़ल, पेश किये तथा उनकी तरक़्क़ी के लिए दुआ की। अनम ख़ानम ने अपनी तकरीर में नसीहत करते हुऐ जलती हुई शमा नूर बानो को दान की तथा नसीहत दी के आगे से स्कूल की ज़िम्मेदारी अबसे आपके ज़िम्मे रहेगी नूर बानो ने इसे स्वीकार करते हुऐ वचन दिया के मैं पूरे मन से इस ज़िम्मेदारी को निभाऊंगी। इसके बाद तीनों तकरीबों के इख़्तिताम का ऐलान किया गया। सम्पूर्ण प्रोग्राम के मेज़बान श्री डॉ अशफ़ाक़ अहमद खान थे
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