किसानों के साथ क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे पाटिल कार्रवाई की मांग।
किसानों के साथ क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे पाटिल ने की कार्रवाई की मांग।
नवलसिंह सहकारी शक्कर कारखाना के संचालक मंडल द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण और संचालन की जांच की मांग की गई हैं, इसे लेकर कारखाने के एक डेलीगेट उज्जवल पाटिल अन्य किसानों के साथ तहसील कार्यालय के सामने क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं और ने कारखाना की जांच की मांग की ।
खास बात यह है कि तहसील कार्यालय के सामने बैठे डेली के उज्ज्वल पाटिल ने कारखाने के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय ठाकुर शिव कुमार सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर हड़ताल प्रारंभ की साथ ही कहा की संस्था अपने उद्देश्य से भटकी चुकी है , में शिव भैया का समर्थक रहा हूं लेकिन संस्था अपने मूल उद्देश्य भटक गई और किसानों की हितेषी नहीं रही इसलिए आंदोलन करना पड़ रहा है,
किसानों की राशि से इंजीनियर कॉलेज का कराया निर्माण,
पाटिल ने कहा कि कारखाने के अधीन संचालन कॉलेज के टेंडर दिए गए इंजीनियर कॉलेज के निर्माण के लिए गन्ने के बिलों से राशि काटकर इंजिनियर कॉलेज का निर्माण कराया गया है,फिर भी किसानों के बच्चों को किसी प्रकार का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
कारखाना क्षमता से कम गन्ना पिराई पढl कर रहा है ।
पाटिल ने कहा कि स्थगन आदेश पर पदस्थ देते हुए 25 से 30 को हड़ताल किया गया कारखाना आपके द्वार कार्यक्रम रखा गया लेकिन उसमें अध्यक्ष उपस्थित नहीं रही नहीं वहां संचालन आए।
देव देवेश्वर सुरेंद्र सिंह भतीजे आदित्य वीर उपस्थित होकर नवल सिंह सहकारी सूत मिल के अंश खरीदने की बात कही।
जबकि कारखाना आपके द्वार कार्यक्रम शक्कर कारखाने क्षमता गन्ना उत्पादन बढ़ाने के नाम पर रखा गया था कारखाना का विस्तरीकरण किया गया,फिर भी कारखाना क्षमता से कम करना पढ़ाई कर रहा है, गन्ने के वाहनों को खाली करने में 30 से 35 घंटे लग रहा है जिसमें किसानों को अतिरिक्त व्यय वहन करना पड़ रहा है।
3हजार की पत्ती क्विंटल बिकने वाला भूसा 12 सौ में बिकवाया।
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