पर्यटक स्थल पातालपानी पर सैलानियों का सैलाब
1,जनवरी का उत्साह चारों तरफ दिखाई दिया हेरिटेज ट्रेन के नजारे पातालपानी से कालाकुंड की खूबसूरती में प्राकृतिक के नजारों और विन्दियाचल की पहाड़ियों के बिच चलने वाली हेरिटेज ट्रेन का सफर सैलानियों के लिये खासा लुत्फ भरा रहा तो वही पर्यटक स्थल पातालपानी पर जाम की स्थिति भी नजर आई जिसको वहाँ मौजूद सुरक्षा के लिये तैनात पुलिस बल की सहायता से दुरुस्त किया गया इस मोके पर ग्राम पंचायत चोरड़िया पातालपानी के सरपंच सुरेश कैथवास, उमेश डावर , पञ्च प्रेम आंजना, दीपक पटेल , व ग्रामीण लोगो ने पर्यटक स्थल पर घूमने आये सैलानियों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी और साथ ही साथ सभी को यह समझाईश भी दी गई की झरने की तरफ ऐसी खतरनाक जगहो पर ना जाए जिससे की कोई घटना घटित ना हो सके क्योकि लाख समझाईश के बाऊजुद भी लोग खतरे वाली जगहों पर जाते है और हादसे का शिकार होते है पहले भी यहाँ कई हादसे हो चुके हैं ...खाई के किनारे ना जाए , ट्रेन की गुफा के अंदर ना चढ़े , झरने के नीचे ना उतरे , गंदगी ना फैलाए , शाम को 6:00 बजे से पेहले लौट आए सरपंच सुरेश कैथवास और उनकी टीम ने शाम को 6:00 बजे सब जगह सर्वे किया तो चारों तरफ कचरा गंदगी पड़ी मिली जिसको सरपंच सुरेश कैथवास और उनकी टीम ने सफाई कर साफ किया गया और दुकानदारों को भी समझाईश दी कचरा डस्टबिन में ही डाले लेकिन पर्यटक स्थल पर घूमने आये सैलानियों द्वारा कचरा डस्बिन में ना डालते हुवे वही छोड़ दिया गया टंट्या मामा मंदिर के पास जो गार्डन बनाया गया है वहाँ पर भी कचरे का अम्बार पड़ा मिला ......
सरपंच सुरेश कैथवास ने कहा की पातालपानी साइकिल स्टैंड अभी तक नीलाम नहीं किया गया है ना ही जिम्मेदार अधिकारी इस और ध्यान दे रहे है शौचालय में पानी नहीं होने के कारण गंदी फैल रही है जिससे की आये हुवे पर्यटकों को खासी परेशानी भी हो रही है हम चौक से मजदुर लाकर साफ सफाई करवा रहे है जिसका भुगतान भी हमें स्वयम करना पड़ रहा है कब तक जेब से खर्च कर सफाई कराएंगे इसको लेकर जनपद अध्यक्ष , जनपद सीईओ , एसडीएम व् तहसीलदार को इस विषय में कई बार बताया गया लेकिन आज दिन तक किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने पर्यटक स्थल की सूद लेना जरुरी नहीं समझा अगर पातालपानी स्थित साइकिल स्टैंड को पंचायत द्वारा चालू करने की अनुमति दी जाये तो वहाँ से होने वाली आये से पर्यटक स्थल को स्वच्छ रखा जा सकता है सूत्रों की माने तो पिछली पंचायत के कुछ रसूख दार राजैनतिक आकाओ के आगे प्रशासनिक अधिकारी भी बेबस दिखाई दे रहे है जो पातालपानी स्टेंड को वर्षो से चला रहे थे जिससे हुई आये का आज दिनाक तक किसी के पास कोई हिसाब किताब नहीं है वे लोग चाहते है की अभी भी स्टेंड पर हमारा ही कब्जा जमा रहे और उससे होने वाली कमाई भी हमें ही मिलती रहे ...........
अब देखना होगा की सरकार द्वारा करोड़ो की राशि खर्च कर पर्यटक स्थल पातालपानी का सौन्दर्य करण किया गया है जहाँ अब गंदगी का अम्बार फैल रहा है ऐसे में उसके रख रखाओ के लिये जिम्मेदार अधिकारी कोई ठोस कदम उठायेंगे या फिर सैलानियों को ऐसे ही गँदगी भरे पर्यटक स्थल का लुत्फ उठाना पड़ेगा
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