बिना किसी स्वीकृति के सामुदायिक शौचालय का हो रहा निर्माण, गुणवत्ता विहीन, फर्जी जॉब कार्ड भरकर निकाले जा रहे मजदूरी के पैसे
कुक्षी। एक और जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ग्रामीण अंचलों को नई-नई सौगाते प्रदान कर रहे है वही दूसरी और कुछ भ्रष्ट सरपंच शासकीय नियमो को ताक में रखकर शासन द्वारा प्रदत्त मजदूरी का पैसा डकार रहे है। कुछ ऐसा ही मामला डही जनपद पंचायत के ग्राम मक्कड़वानी में देखने को मिला जहां ग्राम सरपंच द्वारा बिना किसी प्रशासकीय स्वीकृति के सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया जा रहा था। बात का खुलासा जब हुआ जब मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत श्रीमती कंचन डोंगरे द्वारा ग्राम पंचायत मक्कड़वानी का निरीक्षण किया गया। जब निर्माण की जांच की गई तो पता लगा की किसी भी प्रकार की स्वीकृति नही ली गई हैं एवम सामुदायिक शौचालय का निर्माण किया गया, वो भी गुणवत्ता विहीन है। जो बगैर किसी ड्रॉइंग, डिजाइन के निर्मित किया जा रहा था, भवन में लगने वाले 12 mm सरिए की जगह भी 10 mm सरिए का इस्तेमाल किया जा रहा था। साथ ही ग्राम पंचायत मक्कड़वानी के पटेलपुरा में भी परकोलेशन टैंक का निर्माण किया जा रहा था। जिसका मस्टर रोल दिनांक 11 दिसंबर 2022 से 17 दिसंबर 2022 तक 64 मजदूरो को जारी किया गया था, किंतु जब मौके पर पहुंचकर सीईओ द्वारा निरीक्षण किया गया तो वास्तविक मजदूरों के स्थान पर अन्य मजदूर कार्यस्थल पर निर्माण करते हुए पाए गए एवम मस्टर रोल पर 64 मजदूर में से मात्र 31 मजदूर ही कार्यस्थल पर कार्यरत पाए गए। जिससे यह स्पष्ट होता है कि मनरेगा अंतर्गत आने वाले गरीब मजदूरों का पैसा कैसे सरपंच द्वारा डकारा जा रहा है। अब देखना यह है कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त उक्त सरपंच पर कार्यवाही होती है या यूं ही पंचायत में शासकीय नियमो को ताक में रखकर निरंतर भ्रष्टाचार किया जायेगा।
जिम्मेदार क्या बोले
जब इस संबंध सीईओ डही के मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया तो मोबाइल फोन दो बार बिजी आया और एक बार मोबाइल फोन को रिसीव नहीं किया गया।
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