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महामहिम राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल से पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने सौजन्य भेंट कर बुरहानपुर आमंत्रित किया

बुरहानपुर। मध्यप्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल से भोपाल स्थित राजभवन में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने सौजन्य भेंट की और समसायिक विषयों पर चर्चा की। बुरहानपुर आने हेतु आमंत्रित किया। जिले में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आजादी के 75वें वर्षगांठ मनाने हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाने का आव्हान किया। बुरहानपुर जिले में अमृत सरोवर बनाने के अभियान को प्रशासन व समाज साथ मिलकर सिद्दत से जमीनी स्तर पर लगे है। 
‘‘जल शक्ति से जल जीवन‘‘ के तहत युद्ध स्तर पर किए जा रहे भूमितगत जल स्तर में वृद्धि के लिए, बारिश के पानी की एक-एक बूंद के संचय हेतु किए जा रहे कार्यों के बारे विस्तार से बताते हुए प्रशासन व समाज के सहयोग से भूमिगत जल संरक्षण-संवर्धन हेतु किए जा रहे कार्यों को बुरहानपुर आकर देखने हेतु अनुरोध किया। साथ ही डिजिटल युग को ध्यान में रखते हुए बनाए गए ‘‘पानी एप्प‘‘ मोबाईल एप्प के लोकार्पण करने हेतु आग्रह भी किया। 

*विशेष रूप से डिजाईन किया जा रहा है पानी एप्प*
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कि बताया ‘‘पानी एप्प‘‘ एप्प को आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन की उपलब्धता एवं व्यस्ततम दिनचर्या को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। ‘‘जल शक्ति से जल जीवन‘‘ मिशन और जल संस्कार पर अपने विचार के साथ हमारे भगवान भदृभूमि, गदृ गगन, व- वायु, 1-अग्नि, न-नीर (पानी) आईये सेवा करें इनकी सम्भालें इन्हें... “प्रकृति रक्षति रक्षितः” “पानी एप्प” का निर्माण किया गया है। बुरहानपुर जिले की 167 ग्राम पंचायतों व 256 गांवों में एक साथ वृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा है। जल शक्ति अभियान के कार्य को सुविधाजनक बनाने व परस्पर जुड़े रहते हुए कार्य के सम्पादन के लिए ‘‘पानी एप्प‘‘ बनाया गया है। इस एप्प का उपयोग कर पानी को सम्भालने के लिए तकनीक का समुचित उपयोग करने की योजना है।

*बुरहानपुर के लिए जीवनदायिनी साबित होगी अमृत सरोवर योजना*
भेंट के दौरान श्रीमती चिटनिस ने देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत, देशव्यापी श्रृंखला अमृत सरोवर योजना के तहत और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की व्यापक कल्पना के परिणाम स्वरूप, बुरहानपुर जिले में अमृत सरोवरों (तालाबों) के निर्माण कार्यों तथा जनभागीदारी व जनसयोग से भूमिगत जल संरक्षण-संवर्धन हेतु किए जा रहे कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर जिले के लिए अमृत सरोवर योजना जीवनदायिनी साबित होगी।

*‘कैच द रेन‘ अभियान अंतर्गत एक वर्ष पूर्व से ही कार्य कर रहा है बुरहानपुर*
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा गत एक वर्ष पूर्व से ही कैच द रेन अभियान अंतर्गत बुरहानपुर में कार्य किया जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने जल शक्ति अभियान के माध्यम से ‘‘कैच द रेन-बारिश के पानी की एक-एक बूंद का संचय” की कार्ययोजना बना एक ज्वलंत समस्या के समाधान का मार्ग प्रशस्त किया है। इससे जलस्तर बढ़ने में व जल संरक्षण की दृष्टि से क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी और समझदारी का व्यवहार करने के लिए लगातार देश व दुनिया के सामने स्वयं प्रेरणा बन गए है। माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान भी पानी और प्रकृति के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी से प्रेरणा पा पेड़, पानी और मिट्टी को सेहजने की इस महती काम में सभी अपनी भूमिका तय करें, इस ओर मेरा निरंतर प्रयास रहा है। हम प्रयासरत् है कि ‘‘माता भूमि पुत्रोहं पृथिव्या‘‘ के इस भाव से सब मिल सेहजे प्रकृति को अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए ... 

*तेजी से गिरा है बुरहानपुर का भूमिगत जलस्तर*
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि बुरहानपुर जिले का भूमिगत जलस्तर तेजगति से गिरता जा रहा है। संपूर्ण प्रदेश में बुरहानपुर जिले का भूमिगत जल पुर्नभरण स्तर चिंताजनक रूप से सबसे कम है। प्रदेश में अधिकतम जल पुर्नभरण होशंगाबाद 2.22 बीसीएम, रायसेन 1.39 बीसीएम, सागर 1.22 बीसीएम, नरसिंहपुर 1.21 बीसीएम, छिंदवाड़ा 1.16 बीसीएम जबकि बुरहानपुर न्यूनतम मात्र 0.27 बीसीएम है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आगामी वर्षा ऋतु में अपनी छत, मोहल्ला, खेत व गांव में बरसने वाले पानी को संभालने हेतु व भूमिगत जल के पुनर्भरण करने की दृष्टि से गत कई वर्षों से निरंतर सुनियोजित तरीके से कार्य किया जा रहा है। जल संस्कार और पानी संभालने व सहेजने वाले समाज बनाने का कार्य किया जा रहा है।

*वर्षों से निरंतर जारी है पानी के कार्य*
भेंट के दौरान पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि जल संरक्षण व संवर्धन हेतु विगत कई वर्षों से पानी सहेजने के कार्य किए जा रहे है। इसी तारतम्य में 23 एवं 24 सितंबर 2021 को दो दिवसीय कार्यशाला के माध्यम से ‘‘प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण‘‘ का आयोजन किया गया। तत्पश्चात 10 जिला पंचायत क्षेत्रों के लिए शासकीय व अशासकीय सदस्यों के 8-8 सदस्यीय दल गठित किए गए। गांव-गांव में जल समितियां (पानी परिवार) गठित कर सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक इस प्रकार 1200 ग्रामवासियों की वृहद कार्यशाला 9 एवं 10 मार्च 2022 को आयोजित की जाकर जमीनी स्तर पर कार्य करने की योजना तैयार कर जमीनी स्तर पर युद्ध स्तर पर कार्य जारी है।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि ‘‘जल शक्ति से जल जीवन‘‘ हमारा ध्येय वाक्य है। बरसात का पानी सेहजेंगे तो भूमि में पानी होगा, भूमि में पानी हुआ तो टंकिया भरेंगी, टंकियां भरी तभी तो घर-घर के नल में जल पहुंचेगा...। खेती-किसानी व उद्योग-धंधों की दृष्टि से भी भूमिगत जल स्तर जिस गति से गिरता जा रहा है, उसे अब सबको मिलकर सम्भालना ही होगा। जन जागरण के माध्यम से यह संदेश गांव-गांव और घर-घर पहुंचाया जा रहा है।

दिनांक:- 02 मई 2022
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