पोलिस की सतर्कता से टला बड़ा विवाद*
*पोलिस की सतर्कता से टला बड़ा विवाद*
*वरना हो जाता दूध का दूध पानी का पानी*
*6 से 7 लोगो ने किया 15 20 बजरंग दल कार्य कर्ताओं का सामना*
महाराष्ट्र प्रतिनिधि शाहरुख शेख
सोनवाड़ी के पास से कुछ बेवपारी अपने बेल लेकर जा रहे थे जिसे बजरंगदल के 15 20 कार्यकराओंने रोका वा मारपीट शुरू की 15 20 लोगो के बीच पांच साथ बेवापरी वा मजदूर ने अपनी जान बाचने के लिए मारा पीटी का जावाब देना शुरू किया जिसे देख 15 से 20 कार्यकर्ता उल्टे पैर भागे वा और भीड़ जमाकर जातिवाद का रंग देना शुरू किया जेसे ही खबर हिवर्खेड पोलिस को मिली पोलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुंच कर विवाद को काबू किया किंतु कुछ लोग पोलिस पर ही एक तरीके का इल्जाम लगाने की कोशिश कर रहे ही की पोलिस गोवंश तस्करों को स्पोर्ट करती है या कर रही हे तो सवाल यह है की इन के पास क्या सबूत ही की वहा बैल कटाई के लिए जा रहे थे और इनको किसने मारहानी की इजाजत दी क्यों कानून को हाथ में ले रहे हे यह लोग
गोवंश सुवर्क्षण का इतना ही शोक हे तो गोवंश कत्ल।करते हुए पकड़ो तो माने किसी एक दो बेल चरवाहे जो मजदूरी के लिए बेलों को बाजार बाजार लेजाते है उन पर 30 से 40 लोग ,
गोवंश के नाम पर हमला करते है और पोलिस उचित कार्यवाहै करती है तो पोलिस पर उंगलियां उठाते हे
और रहा सवाल इस विवाद के निपटारे का तो उन लडको के रिश्तेदार समाज सेवको के पास आए थे जो पढ़ाई के नाम पर बजरंगदल में रहकर गरीबों पर अत्याचार करते है
आखिर कब्तक चलेगा गोवंश के नाम पर कई दलालों का धंधा
कार्यकर्ता हैं तो सिर्फ कार्य करें फिर गोवंश तस्करों से जहीरात के नाम पर पैसा वा तेवहारों के लिए हाथ पसारने का क्या मतलब निकाला जाए
शुक्र करों की पोल ज्यादा नहीं खुल रही है वरना कोन कार्यकर्ता वा पत्रकार कब किससे कितने पैसे केसे मांगता है यह सब जानते है
*प्रतिनिधि शारूक लाला हिवर्खेड*
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