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जल शक्ति से जल जीवन अभियान अंतर्गत पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस की उपस्थिति में ग्राम मोरझिरा, धामनगांव व नांदगांव में हुआ मंथन


बुरहानपुर। शुक्रवार को ‘‘जल शक्ति से जीवन‘‘ अभियान अंतर्गत ग्राम मोरझिरा में ग्राम मोरझिरा एवं ग्राम धामनगांव तथा ग्राम नांदगांव में ‘‘पानी परिवार‘‘ जल समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं ग्रामीणों के साथ भूमिगत जल संवर्धन एवं संरक्षण हेतु मंथन किया। गांवों में पुरानी जल संरचनाओं के जीर्णाेद्धार करने, नाले-नालियों, डेम, एवं बरसाती नदियों को सूचीबद्ध कर उनके गहरीकरण कर बारिश के जल को सहेजने हेतु संकल्प लिया।
इस दौरान मंडलियों ने धरती मां कहती है हमसे-पानी लेते हो मुझसे, पानी डॉलो भी मुझमें। पानी से ही समृद्धी है। पानी से सागर, पानी से नदियां, पानी से श्रण, पानी से सदियां। नहीं रहा धरती पर पानी यहां व्यर्थ बेईमानी में, खूब लुटाया हमने-तुमने पानी को नादानी में। पानी है जीवन की आस, पानी को बचाने का करें प्रयास...का गायन किया।
ज्ञात हो कि चैत्र नवरात्रि के अंतर्गत नौ दिवसीय मेले अंतर्गत पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस मां वाघेश्वरी देवी मंदिर परिसर अंतर्गत ग्रामीण परिवेश के आवासीय संरचना में रूकी हुई है। यहां पर प्रतिदिन अनेक आयोजन हो रहे है। इसी तारतम्य में प्रतिदिन 3-4 ग्रामांे का दौरा कर जल पुनर्भरण एवं जल संरक्षण व संवर्धन हेतु जन जागरूकता के कार्य कर रही है। गांव-गांव के श्रीमती चिटनिस के प्रवास के दौरान ‘‘पानी परिवार‘‘ जल समितियों की बैठकें हो रही है। इस दौरान जन अभियान परिषद बुरहानपुर के अंतर्गत ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति अध्यक्ष पवन राखोंडे, काशीनाथ महाजन, विठ्ठल महाजन, गणेश बारी, रितेश तलेकर सहित अन्य भजन मंडलियों द्वारा पानी बचाने हेतु प्रस्तुति दी जा रही है।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि जल संकट अपना विकराल स्वरूप दिखाने लगा है। देश दुनिया में एक त्रासदी के रूप में देखने व समझने के साथ बुनियादी एवं किफायती तरीकों से किए जाने वाले प्रयासों से हम सार्थक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। बुरहानपुर क्षेत्र में जल स्तर निरंतर घटते हुए लगभग 1100 से 1200 फिट नीचे पहुंच गया है, जो बड़ी चिंता का विषय बनकर सामने आया है। इस गिरते भू-जलस्तर को देखते हम भविष्य की कल्पना कर सकते है कि यह कही त्रासदी न बन जाए?
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर जिले में एक असाधारण अदभूत आवश्यक अभियान की शुरूआत हुई है। यह अचानक नहीं हुआ। सतत् प्रयास व ग्रामीणों, पंचायत, आरईएस, डब्ल्यूआरडी एंव जिला प्रशासन के बीच परस्पर सामांजस्य व विश्वास से ही संभव हो सका है। गांव में जल समितियों का गठन किया गया। जल समितियां जन सहयोग बैंक में जमा कर रही है। जन सहभागिता, जनसहयोग से आत्मविश्वास के साथ अभियान आगे बढ़ाया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत जन संवाद से समस्त जल संबंधित कार्य किए जा रहे है। बुरहानपुर जिले का गांव-गांव व क्षेत्रवार वाटर शेड व टोपोग्राफी भी कराई गई है। पानी परिवार के माध्यम से गांव की बरसाती नदियों, नाले-नालियों, डेम, बोरी बंधान सहित इत्यादि जहां बारिश के पानी को सहेजा जा सके, ऐसे स्थानों को चिन्हित कर उसका गहरीकरण और मरम्मत की जा रही है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर जिले का भूमिगत जलस्तर तेजगति से गिरता जा रहा है। निरंतर गिरते जलस्तर को संभालना शासन, प्रशासन व समाज की जिम्मेदारी है। मा.प्रधानमंत्री जी एवं मा.मुख्यमंत्री जी से प्रेरणा पा पेड़, पानी और मिट्टी को सेहजने की इस महती काम में सभी अपनी भूमिका तय करें, इस ओर मेरा निरंतर प्रयास रहा है। हम प्रयासरत् है कि ‘‘माता भूमि पुत्रोहं पृथिव्या‘‘ के इस भाव से सब मिल सेहजे धरती मां को अपनी आने वाली पीढि़यों के लिए।

दिनांक:- 09 अप्रैल 2022
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