असीरगढ़ किले से लगातार हो रही है छेड़-छाड़असीरगढ़ किला: अराजक तत्वों से परेशान पुरातत्व विभाग
बुरहानपुर । जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित असीरगढ़ किला पुरातत्व संरक्षित धरोहर है जो आए दिन अराजक तत्वों के निशाने पर आ रहा है। गौरतलब है कुछ माह पूर्व किले के दरवाजे को अज्ञात लोगों ने जला दिया था तत्पश्चात पुरातत्व विभाग ने अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध निंबोला थाने में मामला पंजीबद्ध करवाया था।
हिंदू जागरण मंच जिला अध्यक्ष ठा प्रियांक सिंह ने बताया कि दो माह पूर्व मंच के प्रांतीय संगठन मंत्री राजेश भार्गव के प्रवास के दौरान किले में स्थित शिलालेखों को जब पढ़ा तो पाया गया कि इतिहास से छेड़छाड़ करते हुए अराजक तत्वों ने हिंदू मान बिंदुओं जिसमें गंगा जमुना, अश्वत्थामा, महाभारत, राजपूत शासक, इत्यादि को जानबूझकर शिलालेखों से कुरेदकर मिटाया है जिसकी शिकायत जिला कलेक्टर एवं सहायक संरक्षक पुरातत्व विभाग को करी गई थी। शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पुरातत्व विभाग ने छेड़छाड़ किए हुए शिलालेखों को हटवा दिया था।
बजरंग दल के जिला संयोजक अजीत परदेसी ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर जब हिंदू संगठन असीरगढ़ किले में स्थित प्राचीन शिव मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंचे तो पाया की पुनः गंगा जमुना तालाब पर स्थित शिलालेख से महादेव मंदिर, इत्यादि हिंदू संस्कृति से जुड़े शब्दों को कुरेदकर हटाया गया है जबकि पास ही स्थित शिलालेख जो अंग्रेजी में अंकित है से छेड़छाड़ नहीं की गई है जो दर्शाता है कि छेड़छाड़ करने वाले व्यक्ति को अंग्रेजी का ज्ञान नहीं होगा अन्यथा उसे भी नहीं छोड़ा जाता। पुरातत्व विभाग जल्द छेड़छाड़ की हुई शिलालेख को बदलें एवं सीसीटीवी कैमरे, गश्त आदि लगाकर असामाजिक कृत्यों पर तत्काल रोक लगाए।
विष्णु महाजन, मनोज लक्कड़वाला ने कहा की हिंदू मान बिंदुओं से बारंबार की जा रही छेड़खानी से समस्त हिंदू समाज आक्रोशित है। पुरातत्व विभाग को तत्काल कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए अन्यथा आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।
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