छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती पर पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस माता जिजाऊ की तर्ज पर वस्त्र धारण कर शोभायात्रा में हुई शामिल
बुरहानपुर। स्वराज संस्थापक श्री छत्रपति शिवाजी महाराज के 392वें जन्मोत्सव के अवसर पर बुरहानपुर जिलेभर में आयोजित कार्यक्रम, शोभा यात्राओं, आयोजनों में मध्यप्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) शामिल हुई। श्रीमती चिटनिस ने शिकारपुरा, ताप्ती नदी पुल स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा स्थल, लालबाग एवं शाहपुर सहित अनेक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत कर अपने विचार रखें। श्रीमती चिटनिस शाहपुर में आयोजित शोभायात्रा में छत्रपति शिवाजी महाराज की माता जिजाऊ की तर्ज पर वस्त्र धारण कर शामिल हुई। इस अवसर पर सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, जनपद पंचायत अध्यक्ष किशोर पाटिल, ज्ञानेवर मोरे, निवृत्तमान महापौर अनिल भोंसले, निवृत्तमान नगर निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला, गजेन्द्र पाटिल, सुनिल महाजन, किशोर कामठे, संभाजीराव सगरे, विठ्ठल खोसे, दिलीप दिवेकर एवं आशीष भगत सहित अन्य जनप्रतिनिधि व समाज के वरिष्ठजन मौजूद रहे। शाहपुर में आयोजित शोभायात्रा में गुलचंद्रसिंह बर्ने, विरेन्द्र तिवारी, विनोद चौधरी, सुनिल बंड, मनोज चौधरी सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने प्रातः जीजामाता चौराहा स्थित मां साहेब जीजाऊ एवं बाल शिवाजी के स्मारक पर पूजन व माल्यार्पण कर श्रद्धापूर्वक नमन किया। यहां आयोजित कार्यक्रम के दौरान पौधों का वितरण किया गया। तत्पश्चात ताप्ती नदी पुल स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की विशाल प्रतिमा पर पूजन एवं माल्यार्पण कर नमन किया। दोपहर में लालबाग में आयोजित छत्रपति शिवाजी महाराज जी की प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं रंगोली प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कार का वितरण किया।
श्रीमती चिटनिस ने मां भारती के अमर सपूत छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर शत-शत नमन किया। छत्रपति शिवाजी महाराज जी के विचारों से उपस्थित जनों को अवगत कराते हुए कहा कि जो धर्म, सत्य, श्रेष्ठता और परमेश्वर के सामने झुकता है, उसका आदर समस्त संसार करता है। साथ ही जो मनुष्य समय के कुचक्र में भी पूरी शिद्दत से अपने कार्यांे में लगता रहता है उसके लिए समय खुद बदल जाता है। जब हौंसले बुलंद हो तो, पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है। श्रीमती चिटनिस ने आगे कहा कि कर्म यज्ञ की ज्वाला में सर्वस्व समर्पित किया जिसने, आओं उनकी जन्म तिथि पर, देश-प्रेम की लें कसमें।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि शिवाजी महाराज के अदम्य साहस, अद्भुत शौर्य और असाधारण बुद्धिमत्ता की गाथा देशवासियों को युगों-युगों तक प्रेरित करती रहेगी। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि एक कुशल शासक, योग्य सेनापति, अदभुत संगठक जिन्होंने सर्वसमावेशी हिंदवी स्वराज की स्थापना हेतु अपना जीवन समर्पित किया। उनका अतुल्य शौर्य सदैव हम सब के लिए प्रेरणादायी रहेगा। छत्रपति शिवाजी ने सूबे-गांव-क्षेत्र और समाज से उपर उठकर देश और भारत भूमि की एकता-अखंडता के लिए जीवन जिया। पराधीनता की मानसिकता को तोड़कर आजाद होने की तमन्ना जगाने में शिवाजी महाराज अग्रणी ही नहीं वरन् संघर्ष कर सम्पूर्ण देश से विदेशी आक्रान्ताओं को खदेड़ा। समय, काल, परिस्थिती अनुसार युद्ध और मैदान को जीतने की रणनीति ने ही शिवाजी को छत्रपति और महाराज बनाया। अपने सहयोगियों पर विश्वास और मां के मार्गदर्शन से ही उन्होंने हर जंग को जीता। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि भारत वर्ष के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती एक ऐसा अवसर है, जिस दिन हम भारत माता के प्रति सेवा और समर्पण का संकल्प लें।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमेशा जनहित, राजहित और राष्ट्रहित में काम किया। उनका सारा जीवन हर भारतवासी के लिए गौरव और प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने कहा कि देश के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा, न्याय एवं नीति संगत साम्राज्य की स्थापना तथा सभी के लिए सम्मान आदर भाव हमारे लिए आदर्श है।
दिनांक:- 19 फरवरी 2022
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