महाकाल मंदिर में पहली बार अंग्रेजी नए साल पर 10 लाख रुपए का प्रसाद ले गए श्रद्धालु

साल के पहले दिन प्रदेश के प्रमुख मंदिर और पर्यटन स्थल गुलजार रहे। बड़ी संख्या में लोग परिवार सहित ग्वालियर किले, महेश्वर व अन्य स्थानों पर पहुंचे और सैर-सपाटे का लुत्फ उठाया। लोगों ने ऐतिहासिक स्थलों के भ्रमण के साथ नर्मदा में बोटिंग का मजा लिया। उज्जैन के महाकाल मंदिर में शुक्रवार तड़के से रात तक श्रद्धालुओं की कतार लगी रही। देवास स्थित मां चामुंडा टेकरी पर भी श्रद्धालुओं का तांता रहा।
ग्वालियरः 25,000 पर्यटकः किले पर सुबह से शाम तक चहल-पहल
नए साल का जश्न मनाने के लिए शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग ऐतिहासिक किले पर पहुंचे। एएसआई एवं राज्य पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आने वाली ऐतिहासिक विरासत देखने के लिए करीब 2 हजार टिकट खरीदे गए। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि लगभग 20 हजार लोग किले पर पहुंचे। शहर के अन्य पिकनिक स्पॉट पर भी यही स्थिति देखने को मिली।
महेश्वरः 10,000 पर्यटकः नर्मदा घाट पर लौटी रौनक
नया साल मनाने के लिए शुक्रवार को यहां 10 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे। सुबह से शाम तक नर्मदा घाट, किला व बाजार क्षेत्र में भीड़ रही। कोरोना संक्रमण के बाद यह पहला अवसर है, जब इतनी बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे।
देवासः 50,000 श्रद्धालु
नया साल सुख-समृद्धि से भरा हाे, ऐसी कामनाओं के साथ साल के पहले दिन शुक्रवार काे मां चामुंडा टेकरी पर 50 हजार श्रद्धालु पहुंचे, माथा टेका। भक्तों के पहुंचने का सिलसिला सुबह चार बजे से शुरू हुआ।
उज्जैनः 50,000 श्रद्धालु
पहली बार अंग्रेजी नए साल के मौके पर श्रद्धालु दर्शन कर करीब 10 लाख रुपए का 40 क्विंटल प्रसाद ले गए। सामान्य दिनों में औसत 10 क्विंटल प्रसाद लिया जाता है। शाम 5 बजे तक 50 हजार श्रद्धालु पहुंचे।
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source https://www.bhaskar.com/local/mp/gwalior/news/devotees-take-prasad-of-10-lakh-rupees-for-the-first-time-in-mahakal-temple-on-the-new-year-128077555.html
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