वाल्मिकी संगठन ने रिटायर और मृतक सफाई कर्मियो का सर्वे कर निगमायुक्त को सौंपी रिपोर्ट, कहा महाराष्ट्र की तर्ज पर अनुकंपा और घर प्रथा मे बेरोजगारो को भर्ती दी जाये।
बुरहानपुर। वाल्मीकि संगठन ने नगर पालिक निगम आयुक्त भगवानदास भुमरकर से मांग की थी की जो सफाई कर्मी रिटायर एवं मृतक हो चुके है उनकी डूब मे जा रही नौकरियो पर उनके परिजनो को रखा जाये।
संस्थापक उमेश जंगाले ने बताया की निगम आयुक्त ने मांग को गंभीरता पूर्वक लेते हुए वाल्मिकी समाज के विभिन्न वार्ड और फुटकर मकानो मे निवासरत ऐसे लोग जो नगर पालिक निगम में नौकरियों पर कार्यरत थे। जोकी रिटायर हो गए है और जिन कर्मियो की मृत्यु हो चुकी है उनका सर्वे की जिम्मेदारी मौखिक रूप से संगठन को दी थी। संगठन ने घरो घर जाकर निगम सीमा क्षेत्र में निवासरत रिटायरमेंट और मृतक सफाई कर्मियो का सर्वे कर आज निगम आयुक्त को रिपोर्ट सौंपी।
जंगाले ने कहा की रिटायर और मृतक कर्मियो की अनुकंपा और घर प्रथा की नौकरी उनके बेरोजगार परिजनो को दी जाये ताकि वह अपना जीवन यापन कर परिवार का पालन पोषण कर सके। उन्होने कहा की पडोसी राज्य महाराष्ट्र में रिटायरमेंट और मृतक सफाई कर्मचारीयो की नौकरी घर में दी जा रही है किंतु मध्य प्रदेश में ही सरकार ने बंद कर रखा है। इससे सरकार का समाज के साथ सौतेला व्यवहार साफ दिख रहा है। जबकी भारत में एक ही संविधान बना है तो मध्यप्रदेश में भी महाराष्ट्र की तर्ज पर यह प्रथा चालू होना चाहिए क्युकि मध्य प्रदेश भारत से अलग नही है।
मांग को लेकर निगमायुक्त ने संगठन को आश्वस्त किया है कि उक्त मांग को शासन से मंजूरी लेकर जल्द ही पुरा किया जायेंगा। साथ ही रिटायर और मृतक कर्मियो की खाली पडी नौकरियो मे उनके परिजनो की भर्ती की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जायेंगी। वाल्मिकी संगठन ने इन वार्डो मे सर्वे किया। शनवारा, खैराती बाजार, दौलतपुरा, सिंधिपूरा, शिकारपुरा, सीलमपुरा, प्रतापपुरा, बेरी मैदान, मंडी बाज़ार, कमल टाकीज, किला, डाकवाड़ी, बारह खोली, उप नगर लालबाग मे शिवा जी नगर, कोर्नेशन बाजार मंडी, गोपाल मंदिर, और चिंचाला। इस दौरान संग्राम बालगोहर, सुमेर जंगालीया, सहदेव बोयत, विजय पथरोल, रुपेश खरे, गंगा चावरे, नीतू सोनवाल, सहित अन्य पदाधिकारि मौजूद थे।
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