तपती धूप में किसानों ने शुरू की मई के महीने में लगने वाली कपास की फसल की तैयारी।इस बढ़ते तापमान में भी किसान अपने खेतों को जोत कर कपास की फसल लगाने की तैयारी में जुट
डोईफोड़िया (नीलेश राठौड़ ) तपती धूप में किसानों ने शुरू की मई के महीने में लगने वाली कपास की फसल की तैयारी।इस बढ़ते तापमान में भी किसान अपने खेतों को जोत कर कपास की फसल लगाने की तैयारी में जुट गए है।मई के महीने में लगने वाली कपास की फसल की बहुत से किसानों ने तैयारी कर लगाना भी शुरू कर दिया है।अधिकांश किसानों ने बताया कि प्रति वर्ष हमारी मई में लगने वाली कपास की फसल 20 मई तक लग जाती थी परन्तु इस बार लॉकडाउन के कारण कपास लगाने में समय लग रहा है।
तपती धूप में किसानों ने शुरू की मई के महीने में लगने वाली कपास की फसल की तैयारी।इस बढ़ते तापमान में भी किसान अपने खेतों को जोत कर कपास की फसल लगाने की तैयारी में जुट
किसान दीपक टेकसिंग राठौड़ ने बताया कि हर हर साल इस समय केले के भाव 900 रु से1400 रु तक रहते थे परंतु इस बार न्यूनतम भाव 400 रु से 700 रु तक है जो किसानों की चिंता को बढ़ा रहा है किसानों ने बताया कि इस समय ऐसी स्थिति है तो आगे क्या होगा। किसान कैलाश राठौड़ ने भी कोरोना जैसी महामारी को लेकर चिंता व्यक्त की है।इस बीमारी ने हमारे पूरे देश को अपनी जकड़ में कर लिया है इस महामारी में देश के अन्न दादा को भी काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है जैसे कुछ समय पहले किसानों को खाद और रासायनिक दवाइयों के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा था।और अब बीजो की समस्या होने लगी है इस लॉकडाउन के समय किसान को घर से बाहर निकलना ओर शहरों में भी नही जा सकता है।ग्रामीण इलाके में खाद और बीजो की दुकान भी सही तरह से खुल नही रही है। जिससे जो बीज किसानों को चाहिए वो नही मिल पा रहा है।परन्तु किसान इस प्रकार की समस्या में भी देश के इस माहमारी से जल्द बाहर निकलने की भगवान से प्रार्थना कर रहा है ओर अपनी खेती कर रहा है।इन किसानों ने भी प्रारंभ किया कपास लगाना नीलेश राठौड़,किशोर राठौड़,आत्माराम राठौड़,कपिल राठौड़,सुरेश चौहान,
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