rashtriya news खकनार ब्लॉक के शान्ति नगर में आज गायत्री महायज्ञ का अंतिम दिन यज्ञार्थी अंतिम पूर्णाहुति में होंगे - rashtriya news khabre Desh prdesh ki

Header Ads

खकनार ब्लॉक के शान्ति नगर में आज गायत्री महायज्ञ का अंतिम दिन यज्ञार्थी अंतिम पूर्णाहुति में होंगे



खकनार ब्लॉक के   शान्ति नगर  में  आज गायत्री महायज्ञ का अंतिम दिन यज्ञार्थी अंतिम पूर्णाहुति में होंगे हजारो श्रद्धालु सम्मिलित होकर पर्यावरण संरक्षण हेतु प्लास्टिक का उपयोग न करने का ओर जन्मदिन पर वृक्षारोपण ओर रक्तदान करने का संकल्प दिलाया जाएगा ओर एक बुराई छोड़ने का संकल्प दिलाया जाएगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार  के तत्वावधान में स्थानीय गायत्री परिवार द्वारा ग्राम खकनार शांतिनगर में तीसरे दिन प्रातः गायत्री महायज्ञ में आचार्य श्री सूरत सिंह अमृते जी ने कहां गायत्री 




पारसमणि है ,गायत्री मंत्र वेदों का सार है ,गायत्री मंत्र बोलने से अकाल मृत्यु टल जाती है,गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन 15 पुसंवन संस्कार ओर 80दीक्षा संस्कार हुए ,आज भी पुसंवन संस्कार,विद्यारंभ संस्कार होंगे श्री गणेश जी चंदवाषि ने कहा रक्तदान सबसे बड़ा दान है इसी से प्रेरित होकर  21 भाइयो ने रक्तदान किये ,आज भी अनेक भाई पूर्णाहुति के पश्यात रक्तदान करेंगे,वसंत मोंडे ने कहा अखिल विश्व गायत्री परिवार शशक्त राष्ट्र निर्माण,पर्यावरण संरक्षण,वंदनीय माताजी की 



शताब्दि,हेतु  लाखो भाइयो द्वारा 40 दिवशीय साधना अनुष्ठान  द्वारा करोड़ो गांयत्री मंत्र जप किया जा रहा है
भारत भूमि देव भूमि है जहां पर सभी अवतारों ने जन्म लिया है भारत के गौरवशाली इतिहास को यदि देखें तो वह महान व्यक्तित्व से भरा पड़ा है नानक, रामकृष्ण परमहंस,शिवा, गौतम, गांधी महावीर, अपाला, मैत्री, गार्गी, आजाद, भगत सिंह, सुखदेव गांधी, टैगोर इसी मातृभूमि की देन है। इसका मूल कारण भारत माटी की संस्कार परंपरा रही है ये संस्कार परिवार रूपी पाठशाला में जन्म से ही डाले जाते थे। जब से हमने अपनी इन संस्कार परंपरा को तभी से समाज मैं व्यक्तिगत पारिवारिक व सामाजिक रूप से पतन हो रहा है। समाज में खड़ी अनेक समस्याओं का हल भी इन संस्कारो��

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.