गुरु नानक जयंती विशेष 💐
गुरु नानक जयंती विशेष 💐
पंजाब :- गुरु नानक देव जी का जन्म दिवाली के 15 दिन बाद कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस वर्ष गुरु नानक जयंती 12 नवम्बर दिन मंगलवार को बहुत ही श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई जायेगी। इस गुरु पर्व को गुरुनानक जयंती, गुरुपूरव भी कहा जाता है। गुरु नानक देव जी का जन्म एक किसान परिवार के लाला कल्याण राय (मेहता कालू जी) और माता तृप्ता देवी के घर हुआ था। गुरु नानक देव सिखों के प्रथम गुरु है।
गुरु नानक जयंती के पर्व पर हर कोई उन्हें स्मरण करता है, और उनके द्वारा दिखाई गई राह पर चलने के लिए प्रतिवद्ध होता है। गुरु नानक देव के अनुयायी नानक देव को बहुत सारे अन्य नामों से संबोधित करते है जैसे – नानक, नानक देव जी, बाबा नानक, धर्म सुधारक एवं नानकशाह इत्यादि। नानक देव हमेशा सामाजिक कार्यों के कल्याण के लिए सोचते रहते थे और समाज के कल्याण के लिए उचित कदम भी उठाते थे। यह सभी गुण नानक देव जी के बचपन से ही दिखाई देने लगे थे, क्योंकि नानक देव बचपन से ही तेज बुद्धि एवं विलक्षण प्रकति के ही थे।
नानक देव जी के बचपन से ही कुछ ऐसे सवाल थे जिसका उत्तर किसी के पास भी नही था। यहा तक कि एर बार उन्होने अपने शिक्षक से एक प्रश्न भगवत प्राप्ति के संबंध में पूछा जिसका सही उत्तर न मिल पाने के कारण वे आध्यात्मिक चिंतन और सत्संग में व्यतीत करने लगे। बचपन में कई चमत्कारिक घटनाएं घटी जिन्हें देखकर गाँव वाले इन्हें दिव्य आत्मा मानने लगे।
गुरु नानक देव के जीवन का मुख्य उद्देश्य यह था कि इस संसार में हर कोई एक ही परमात्मा की संतान है, कोई भी छोटा और ब़ड़ा नही है। हर किसी का ईश्वर की आराधना करने का पूरा अधिकार है। ईश्वर की भक्ति में कोई भी किसी प्रकार का भय नही है। संसार में हर कोई को हमेशा खुश रहना चाहिए, यही ईश्वर सभी से चाहता है। हर इंसान को एक समान दृष्टि से देखना चाहिए चाहे वह स्त्री हो या फिर पुरुष क्योंकि कि ईश्वर के नियम सभी के लिए बराबर है। भोजन शरीर को जीवत रखने के लिए करना चाहिए और लोभ, लालचवश संग्रह करने की आदत नही डालनी चाहिए।
गुरु नानक देव जी के द्वारा जी दी समाज का 10 अमूल्य शिक्षाएं -
1. ईश्वर एक है।
2. एक ही ईश्वर की उपासना करें।
3. ईश्वर हर जगह और हर इंसान में है।
4. ईश्वर भक्ति करने वाले कभी भयभीत नही होते है।
5. अपना पालन पोषण ईमानदारी और मेहनत से करें।
6. कभी भी बुरा कार्य न करें और इसके बारे में सोचना भी बहुत बड़ा गुनाह है।
7. हमेशा खुश रहें और ईश्वर से क्षमा मांगते रहें।
8. मेहनत और ईमानदारी की कमाई का कुछ हिस्सा जरुरतमंदो को भी दें।
9. संसार के सभी स्त्री और पुरुष बराबर है।
10. भोजन शरीर को जीवत रखने के लिए करें ।
ᴸᵒᵛᵉ & ᴮˡᵉˢˢᶦⁿᵍˢ ᶠʳᵒᵐ:
*डाॅ शशि नारायण*
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