मूर्ति बैठाने की जगह बदलने एवं अवैध अतिक्रमण को लेकर वाल्मीकि संगठन ने गणेश मंडल के लोगों पर कार्रवाई की मांग की।*
*
मूर्ति बैठाने की जगह बदलने एवं अवैध अतिक्रमण को लेकर वाल्मीकि संगठन ने गणेश मंडल के लोगों पर कार्रवाई की मांग की।*
बुरहानपुर(राजूसिंघ राठौड)मंडी बाजार में गणेश मंदिर के बाजू में धारा 144 का उल्लंघन करते हुए श्री बाल गणेश मंडल के लोगों द्वारा पुरानी जगह के बजाय नई जगह पर गणेश जी के पंडाल बिठाने एवं पुरानी जगह प्रतिक्रमण को लेकर वाल्मीकि संगठन के बैनर तले 100 से अधिक महिला एवं पुरुष पदाधिकारियों ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। पीडित उमेश जंगाले ने बताया की उनके द्वारा दो दिन पुर्व कोतवाली थाने मे शिकायत की थी जिसमे मंडी बाजार की लोहार चाल में बाल गणेश मंडल एवं नवदुर्गा उत्सव समिति के कार्यकर्ताओ द्वारा कुछ वर्ष से गणेश प्रतिमा एवं दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने की जगह बदल कर नई जगह पर मुर्ति बिठाई जा रही थी। जबकी पूर्व में मंडल के लोगों द्वारा गणेश प्रतिमा और दुर्गा प्रतिमा को मोहल्ले के माधव तारे के घर के पास बिठाया जाता था। किंतु कार्यकर्ताओं द्वारा जगह को स्वयं की मर्जी से बदलकर प्रशासन की बिना अनुमति धारा 144 का उल्लंघन करते हुए गणेश मंदिर के ठीक बाजू से बिठाया जा रहा है जिस पर उमेश जंगाले ने आपत्ति ली है। पुर्व मे जिस जगह पर मुर्ति बिठाई जाती थी वहा संबंधितो ने अपना लोहारी सामान रख कर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है। वर्तमान मे जिस जगह पर कुछ वर्ष से मूर्ति मिठाई जा रही है वहां से दिन भर लोगों का आवागमन रहता है जिससे हमेशा जाम की स्थिति बनती है। गणेश मंदिर के ठीक बाजू से पीडित का मकान एवं ऑफिस है और उन्हे व परिजनो को आने जाने मे कई दिक्कत होती है। उन्होने ने कहा की मंडल के लोगो द्वारा त्योहारों पर डीजे साउंड तेज ध्वनि मे बजाया जाता है जिससे ध्वनी प्रदूषण होता है। पीडित द्वारा कई बार मंडल के लोगो को समझाने पर भी मंडल के लोग नही माने और पीडित से विवाद करने पर उतारु हो जाते है। उमेश ने कहा की यदि उचित कार्यवाई नही होती है तो संगठन के बैनर तले आंदोलन करेंगे। श्री बाल गणेश मंडल राकेश सोमवंशी, सचिन तारे, नितिन तारे, लखन तारे, राहुल तारे, भिकिया तारे, विक्की तारे, प्रफुल तारे, धनराज शंखपाल, अविनास शंखपाल, जगदीश शंखपाल, जितेन्द्र शंखपाल, शेलेष शंखपाल, रविन्द्र शंखपाल, शितिज शंखपाल, वीरु शंखपाल व आदि की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई। इस दौरान वाल्मीकि संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मूर्ति बैठाने की जगह बदलने एवं अवैध अतिक्रमण को लेकर वाल्मीकि संगठन ने गणेश मंडल के लोगों पर कार्रवाई की मांग की।*
बुरहानपुर(राजूसिंघ राठौड)मंडी बाजार में गणेश मंदिर के बाजू में धारा 144 का उल्लंघन करते हुए श्री बाल गणेश मंडल के लोगों द्वारा पुरानी जगह के बजाय नई जगह पर गणेश जी के पंडाल बिठाने एवं पुरानी जगह प्रतिक्रमण को लेकर वाल्मीकि संगठन के बैनर तले 100 से अधिक महिला एवं पुरुष पदाधिकारियों ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की। पीडित उमेश जंगाले ने बताया की उनके द्वारा दो दिन पुर्व कोतवाली थाने मे शिकायत की थी जिसमे मंडी बाजार की लोहार चाल में बाल गणेश मंडल एवं नवदुर्गा उत्सव समिति के कार्यकर्ताओ द्वारा कुछ वर्ष से गणेश प्रतिमा एवं दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने की जगह बदल कर नई जगह पर मुर्ति बिठाई जा रही थी। जबकी पूर्व में मंडल के लोगों द्वारा गणेश प्रतिमा और दुर्गा प्रतिमा को मोहल्ले के माधव तारे के घर के पास बिठाया जाता था। किंतु कार्यकर्ताओं द्वारा जगह को स्वयं की मर्जी से बदलकर प्रशासन की बिना अनुमति धारा 144 का उल्लंघन करते हुए गणेश मंदिर के ठीक बाजू से बिठाया जा रहा है जिस पर उमेश जंगाले ने आपत्ति ली है। पुर्व मे जिस जगह पर मुर्ति बिठाई जाती थी वहा संबंधितो ने अपना लोहारी सामान रख कर अवैध रूप से अतिक्रमण कर रखा है। वर्तमान मे जिस जगह पर कुछ वर्ष से मूर्ति मिठाई जा रही है वहां से दिन भर लोगों का आवागमन रहता है जिससे हमेशा जाम की स्थिति बनती है। गणेश मंदिर के ठीक बाजू से पीडित का मकान एवं ऑफिस है और उन्हे व परिजनो को आने जाने मे कई दिक्कत होती है। उन्होने ने कहा की मंडल के लोगो द्वारा त्योहारों पर डीजे साउंड तेज ध्वनि मे बजाया जाता है जिससे ध्वनी प्रदूषण होता है। पीडित द्वारा कई बार मंडल के लोगो को समझाने पर भी मंडल के लोग नही माने और पीडित से विवाद करने पर उतारु हो जाते है। उमेश ने कहा की यदि उचित कार्यवाई नही होती है तो संगठन के बैनर तले आंदोलन करेंगे। श्री बाल गणेश मंडल राकेश सोमवंशी, सचिन तारे, नितिन तारे, लखन तारे, राहुल तारे, भिकिया तारे, विक्की तारे, प्रफुल तारे, धनराज शंखपाल, अविनास शंखपाल, जगदीश शंखपाल, जितेन्द्र शंखपाल, शेलेष शंखपाल, रविन्द्र शंखपाल, शितिज शंखपाल, वीरु शंखपाल व आदि की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई। इस दौरान वाल्मीकि संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
कोई टिप्पणी नहीं