A description of my image rashtriya news संगीत से फसल ने वृद्दि - Rashtriya News Khabre Desh Prdesh Ki

Header Ads

संगीत से फसल ने वृद्दि


पेड़ भी हमारी तरह संगीत का आनन्द लेते हैं । मधुर संगीत पर वे भी झूम उठते हैं । अपनी खुशी जाहिर करते हैं । उनकी यह खुशी जाहिर होती है उनकी वृद्धि से । अपने यहाँ के ही अन्नामलाई विश्वविद्यालय के वनस्पतिशास्त्री डॉ . टी . सी . एन . सिंह ने एक प्रयोग के द्वारा यह सिद्ध किया कि पौधों पर संगीत की स्वर - लहरी का अनुकूल प्रभाव पड़ता है ।
 पहला प्रयोग
 उन्होंरने एक महीने तक कुछ पौधों के सामने प्रतिदिन 25 मिनट तक वीणा - वादन की व्यवस्था की । बाद में देखा कि जिन पौधों के सामने चीणा बजाई गई थी , वे अन्य पौधों की अपेक्षा अधिक तेजी से बढ़े हैं ।
दूसरा प्रयोग
इसके बाद अपने अगले प्रयोग के दौरान प्रो . सिंह ने मद्रास और पांडिचेरी में लाउडस्पीकर लगाकर धान के खेतों में कुछ दिनों तक राग चारूकेशी प्रसारित किया । बाद में यह देखा गया कि उन खेतों की फसल में 15 से लेकर 60 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई ।
तीसरा प्रयोग 
यह प्रयोग कुछ अन्य फसलों पर भी किया गया । पाया कि संगीत के जादू का असर तंबाकू और मूंगफली पर भी पड़ा । उनकी उपज 50 फीसदी तक बढ़ गई । उन खेतों से सटी हुई भूमि में पाँवों में विना मुँघरू बाँधे नाट्य नृत्य करने से उत्पन्न तरंगों ने पौधों को तेजी से बढ़ने में मदद की और वे पौधे दूसरे पौधों की अपेक्षा दो सप्ताह पहले ही फूल गए । अमरीका में भी हुआ प्रयोग ।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.