मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में बहुचर्चित फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले मामला मैं तीन आरोपी गिरफ्तार
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में बहुचर्चित फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले मामला मैं तीन आरोपी गिरफ्तार
नई नई कड़ीया खुलती जा रहा है।
फर्जी दस्तावेज, शाला में गैर हाजिर रहकर वेतन आहरण करने वाले करीब 70 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है लेकिन अब इस मामले में जांच समिति को वेतन आहरण कराने वाले, यूनिक आईडी देने वाले और नियुक्ता की जांच के आदेश दिए गए जिसमें जांच समिति ने तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी आर एल उपाध्याय, वर्तमान जिला शिक्षा अधिकारी पी एन पाराशर, बुरहानपुर जनपद पंचायत के वर्तमान सी ईओ अनिल पवार, दो तत्कालीन सी ईओ राकेश शर्मा, आरएन अरण्य व शिक्षा विभाग के दो बाबु ज्योति खत्री, देवानंद भट्ट के खिलाफ पुलिस को एफआईआर करने के लिए पुलिस को पत्र लिखा है लेकिन बावजूद इसके पुलिस के वूलझुल रवैये के चलते घोटाले के आरोपी अभी भी गिरफ्त से दूर है ऐसा माना जा रहा है की पुलिस इस मामले की जांच की में कोई रूचि नहीं ले रही है इस बहुचर्चित फर्जी
शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में पहली गिरफ्तारी हुई है, 28 दिसंबर को जनपद पंचायत सी ईओ ने सात शिक्षकों के खिलाफ फर्जी व्यापंम प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर नौकरी पाने की शिकायत की थी सात शिक्षकों में से कोतवाली पुलिस ने तीन आरोपी शिक्षक मोरेश्वर, गणेश और संदीप को गिरफ्तार किया है पुलिस बाकी शिक्षकों की गिरफ्तारी को लेकर सरगर्मी से उनकी तलाश मैं जुट गई है हाल ही में इस घोटाले में तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, तीन जनपद सी ईओ व दो बाबुओं के खिलाफ एफआईआर किए जाने पर पुलिस का कहना है जिला पंचायत से आरोपियो के खिलाफ सही दस्तावेज प्रस्तुत करने के बाद ही एफआईआर की जाएगी
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चीफ एडिटर
राजू राठौड
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